Varanasi : वाराणसी स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय में छात्र छात्राओं ने अश्लीलता की सारी सीमाओं को पार कर दिया। दरअसल सरस्वती विसर्जन कार्यक्रम में जमकर भोजपुरी के फूहड़ और अश्लील गाने बजे। यही नहीं परिसर की छात्राओं ने भी जमकर इन गानों पर ठुमके लगाए। भोजपुरी के फूहड़ और अश्लील गानो पर छात्रों के डांस को देख कर आस पास के लोग आश्चर्यचकित रह गए। हालांकि वही कई लोग बच्चों के नाच का वीडियो बनाते दिखे।
दरसअल विश्वविद्यालय में बसंत पंचमी का पर्व बेहद उत्साह से मनाया जाता है। इस दौरान झांकी के साथ कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होते हैं। इतना ही नहीं विश्वविद्यालय के लगभग सभी हॉस्टल में मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित कर छात्र-छात्राएं पूजा भी करती हैं। इसी पूजा के बाद शुक्रवार को विसर्जन के दौरान छात्रों के साथ छात्राएं भी मर्यादा भूलकर भोजपुरी गाने पर खूब डांस की। जानकारी के मुताबिक ये छात्र-छात्राएं कॉमर्स फैकल्टी के थे।
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में सरस्वती पूजा के अवसर कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमे तमाम पढ़ने वाले छात्रों ने हिस्सा लिया। वहीं आज दोपहर सरस्वती प्रतिमा का विसर्जन का कार्यक्रम रखा गया। धूम धाम से हुए इस आयोजन में छात्रों ने जमकर भोजपुरी के गानों पर ठमका लगाया। वही अश्लील गानों पर डांस करते देख किसी ने भी रोकने का प्रयास नही किया। भोजपुरी के फूहड़ गानों पर छात्रों ने जमकर अबीर गुलाल उड़ाए।
महामना की बगिया में पढ़ने वाले छात्रों ने सरस्वती पूजा में अश्लीलता की सारी सीमाएं पार कर दी,भोजपुरी के फूहड़ गानों पर जमकर ठुमके लगे। छात्राओं ने देवरा ढोढ़ी चटना बा पर जमकर ठुमके लगाए। इसी के साथ अन्य कई गानों पर भी छात्र छात्रा थिरकते दिखे। ऐसा पहली बार नही है जब कैंपस में ऐसे आयोजन किए गए हो।
दो साल बाद इस वर्ष यूनिवर्सिटी में दीक्षांत का आयोजन किया गया। जहां तमाम छात्रों को उपाधियां सौंपी गई। इस कार्यक्रम के बाद भी छात्रों ने विश्वविद्यालय में जश्न मनाया था। जिसमे देखा गया था कि परिसर में पढ़ने वाले छात्रों ने अश्लील और फूहड़ गानों पर थिरक रहे थे। ऐसे में कई लोगो ने इसका वीडियो बनाया था।
बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर अभिमन्यु सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय में फूहड़ और अश्लील गाने बजाने की इजाजत नहीं है। लेकिन यदि कैम्पस में ऐसे गाने बजे हैं तो उसकी जांच कराई जाएगी।
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