India News (इंडिया न्यूज), Bihar: बिहार विधान मंडल के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका और रसोइया सड़क पर उतर गईं। यह लोग एक साथ पटना के तीन जगह गर्दनीबाग, आर ब्लॉक और डाक बंगला चौराहा पर प्रदर्शन करने लगीं। अपनी पांच सूत्री मांगों को विधानसभा घेराव करने जा रहीं सेविकाओं को प्रदर्शन को रोकने के लिए पटना प्रशासन और पुलिस ने बल प्रयोग करना पड़ा। पुलिस ने वाटर कैनन का प्रयोग किया। इस कारण अफरातफरी मच गई। इसमें कई सेविकाएं चोटिल हो गई और कुछ बेहोश होकर जमीन पर गिर गईं।
सेविका संघ की उपाध्यक्ष का फटा सिर
कुछ देर बाद हजारों सेविकाएं प्रदर्शन करने के लिए डाक बंगला चौराहा पहुंच गईं। पुलिस ने पहले उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन जब वह नहीं मानी तो पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। इसमें कुछ महिला सेविकाएं चोटिल हो गईं। महिला पुलिस की लाठी से मुजफ्फरपुर से आई आंगनबाड़ी सेविका संघ की उपाध्यक्ष प्रतिमा देवी का सिर फट गया, जिस कारण वह बेहोश होकर जमीन पर गिर गईं।
पटना की यातायात व्यवस्था गड़बड़ाई
इधर, आंगनबाड़ी सेविकाओं की ओर से अब एक साथ तीन लोकेशन पर बवाल से पटना की यातायात व्यवस्था गड़बड़ा गई। कई जगह जाम लग गए। पटना जंक्शन गांधी मैदान, गांधी मैदान से जंक्शन, इनकम टैक्स से डाकबंगला चौराहा, एग्जीबिशन रोड से डांकबंगला चौराहा, फ्रेजर रोड, आरब्लॉक, गर्दनीबाग समेत कइ जगह आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। हमलोगों को सरकारी कर्मचारी दर्जा तत्काल दिया जाए।
डेरा डालो घेरा डालो अभियान
इधर, प्रदर्शन कर रही सेविकाओं ने कहा कि हमलोग कफन बांधकर आएं हैं। सम्मानजनक मानदेय नहीं मिला तो 10 नवंबर के बाद डेला डालो घेरा डालो अभियान के तहत आंदोलन करेंगे। मुंगेर से आई मालती सिंह ने कहा कि हमलोगों को सरकारी कर्मचारी दर्जा तत्काल दिया जाए है। अगर यह नहीं देंगे तो सेविकाओं को 25 हजार प्रति माह और रसोईया को 18 हजार वेतन दिया है। हमलोगों पिछले कई साल से सरकार से मांग कर रहे हैं लेकिन बिहार सरकार इस पर ध्यान नहीं है। बिहार की ढाई लाख सेविका की यह मांग है कि सरकार हमलोगों की सारी मांगों को पूरा करे।
महागठबंधन की सरकार ने दिया धोखा
डाक बंगला चौराहा पर प्रदर्शन कर रहीं सेविकाओं ने कहना है, कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने विधानसभा चुनाव 2020 के दौरान वादा किया कि हमारी सरकार बनेगी तो मानदेय डबल कर देंगे। हमने कोरोना काल में मौत को सामने देखकर भी काम किया है। अभी सेविकाओं को 5,950 रुपए और सहायिका को 2700 रुपये सैलरी के तौर पर मिल रहे हैं। इससे परिवार नहीं चलेगा। महागठबंधन की सरकार बनी तो हमें लगा कि तेजस्वी यादव अपना वादा पूरा करेंगे। लेकिन, उन्होंने हमें धोखा दिया है। प्रदर्शन करने पर लाठीचार्ज और वाटर कैनन का प्रयोग करना गलत है।