Champawat: उत्तराखंड सरकार द्वारा हर घर नल हर घर जल योजना का खूब प्रचार प्रसार किया जा रहा है और हर नेता इस योजना से हर घर को पानी देने की बात कह रहा है, पर इसके ठीक उल्टे कहानी चंपावत जिले के लोहाघाट विधानसभा क्षेत्र के छेड़ाखाल तोक की है। जहां के छोटे-छोटे बच्चों का समय पढ़ाई में कम हैंडपंप से पानी ढोने में ज्यादा बिकता है। बच्चे हैंडपंप चलाते चलाते थक कर चूर हो जाते हैं लेकिन फिर भी हिम्मत नहीं हारते हैं और अपने खाली बर्तनों को भरने में जुट जाते हैं।
खबर में खास:
वही गांव की छोटी सी छात्रा ने बताया उनके गांव में पानी का नल नहीं है। जिस कारण वे रोज हैंडपंप चलाकर पानी भरते हैं। नन्हीं छात्रा ने सरकार व प्रशासन से उनके गांव को पानी देने की मांग की ताकि गांव के बच्चे पढ़ाई में ज्यादा वक्त बिता सकें।
गांव में 17 /18 परिवार रहते हैं जिसका सहारा सिर्फ एक हैंडपंप का है। जिस को चलाने के लिए भी शरीर में बैलों सी ताकत होनी जरूरी है। तब पानी नसीब होगा कहानी तस्वीरों से बयां हो रही है। सरकार व प्रशासन ने इन परिवारों का संज्ञान लेना चाहिए तथा योजना को नाम के अनुरूप साकार करना चाहिए।
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