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Battery Bicycle: आवश्यकता आविष्कार की जननी, दो युवकों ने बनाई बैटरी वाली साइकिल

• LAST UPDATED : September 2, 2023

India News (इंडिया न्यूज़),Battery Bicycle: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जनपद में कहावत सही सावित हो रही है। उस कहावत को आपने सुना होगा कि आवश्यकता अविष्कार की जननी है। इसको एक बार फिर फर्रुखाबाद के दो युवकों ने साबित किया है। पेट्रोल के बढ़ते दामों को देखते हुए दो युवकों ने साइकिल को ही मॉडिफाइड कर दिया। इसकी खासियत यह है कि जब आपका मन पैडल मारने का न करे तो बस स्विच ऑन कर दें और फिर अपने आप ही चलने लगेगी। युवाओं ने साइकिल को बैटरी वाली साइकिल यानी इलेक्ट्रिकल व्हीकल बना दिया है। यानी मर्जी हो तब साइकिल चलाएं या चार्ज की गई बैटरी से साइकिल चलाएं। जब साइकिल का चार्जिंग खत्म हो जाए तो साइकिल में लगे पैडल का इस्तेमाल करके भी चला सकते हैं। किसी भी हालत में साइकिल चलाने वाले को रुकना नहीं पड़ेगा। इससे लोगों को महंगे पेट्रोल से भी राहत मिलेगी।

मॉडिफाई की गई साइकिल में 36 बोल्ट की बैटरी

हाइब्रिड साइकिल बनाने वाले ग्राम निनौआ निवासी श्रीकांत ने बताया कि उनके द्वारा मॉडिफाई की गई साइकिल में 36 बोल्ट की बैटरी लगी है। साथ ही 36 बोल्ट का एक हब मोटर भी लगाया गया है। साइकिल के हैंडल में एक एलईडी लाइट भी लगी हुई है। जिसका उपयोग रात में चलाने पर किया जा सकता है। साथ ही साइकिल में हार्न और एक्सीलेटर भी लगाया गया है। साइकिल में एक कंट्रोलर भी लगा हुआ है। इस साइकिल में लगी बैटरी से करीब 30 किलोमीटर की दूरी करीब 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तय कर सकते हैं। इस साइकिल पर करीब 2 कुंतल वजन भी लाद कर चला सकते हैं।

पुराने पार्ट्स एकत्रित कर बनाई बैटरी वाली साइकिल

श्रीकांत ने बताया कि इसे कुछ पुराने पार्ट्स एकत्रित करके बनाया गया है। उन्होंने घर में खड़ी एक पुरानी साइकिल में यह तकनीक अपनाई है। इस साइकिल को हाइब्रिड बनाने में करीब 20 हजार रुपये खर्च हुए हैं। इसमें लगी बैटरी करीब 3 साल तक चलेगी। साइकिल में लगी बैटरी को स्विच ऑन करके भी चला सकते हैं। यह बैटरी साइकिल के एक हिस्से में रखी गई है। उन्होंने कहा कि साइकिल में जो चीजें लगी हुई होती हैं वही चीजें इसमें भी लगी हुई हैं।

साइकिल में नहीं लगता मेंटेनेंस

उन्होंने कहा कि इस साइकिल में मेंटेनेंस नहीं लगता है। इस साइकिल की बैटरी जब खत्म हो जाए। तब बैटरी को बिजली से चार्ज करके फिर से चला सकते हैं । उन्होंने बताया कि उनके पड़ोसी भी इस साइकिल को चला रहे हैं। साथ ही इस साइकिल को उनके बच्चे भी चलाते हैं। उन्होंने बताया कि इस साइकिल को बनाने में काफी कम समय लगा। साथ ही कहा कि साइकिल को हाइब्रिड मॉडल में मॉडिफाइड किया जा सकता है। यह एनवायरमेंट को पोलूशन से फ्री रखती है।

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