India News (इंडिया न्यूज), study habits in kids : सभी पेरेंट्स अपने बच्चों का उज्ज्वल भविष्य चाहते हैं। इसके लिए वो अपनी तरफ से पूरी कोशिश भी करते हैं। लेकिन कई बार माता-पिता की लाख कोशिशों के बावजूद उन्हें अपने बच्चों से यह शिकायत बनी रहती है कि वो मन लगाकर पढ़ते नहीं हैं। बच्चों को पढ़ने के लिए बोलने पर वो या तो चिड़चिड़े होकर रोने लगते हैं या फिर पढ़ाई से दूरी बनाने लगते हैं। बच्चों की ये आदत आगे चलकर पेरेंट्स के लिए एक बड़ी चिंता का कारण बनने लगती है। अगर आपको भी अपने बच्चे से यही शिकायत है कि वह मन लगाकर पढ़ता नहीं है तो आप ये कुछ टिप्स अपना सकते हैं।
बच्चे की छोटी-छोटी सफलता के लिए उसकी सराहना करें। साथ ही बच्चे को पढ़ाई के लिए अलग-अलग तरह से प्रेरित करके उसका ध्यान पढाई की तरफ आकर्षित करें। बच्चे से अगर कोई गलती हो जाए तो उसे डांटने की जगह प्यार से समझाएं। बच्चे को समय दें और साथ बैठकर उसका होमवर्क कराने में उसकी मदद करें।
नींद पूरी न होने पर भी बच्चे का मन पढ़ाई में नहीं लगता है। पढ़ाई के दौरान उसे नींद आती रहती है। बच्चे की नींद पूरी होने पर उसकी एकाग्रता, पढ़ाई में सुधार व उसका मन पढ़ाई में लगने लगेगा।
बच्चों में पोषण की कमी का सीधा असर उनके शारीरिक और मानसिक विकास पर पड़ सकता है। अच्छे स्वास्थ्य और मानसिक विकास के लिए संतुलित आहार मिलना जरूरी है। ऐसे में जंक फूड की जगह बच्चे को हेल्दी फूड खाने की आदत डालें।
बच्चे के पढ़ने के लिए उसका कमरा हवादार होना चाहिए। शोध के अनुसार, बच्चे का पढ़ाई में मन लगे, इसके लिए उनके कमरे में सही वेंटिलेशन होना जरूरी होता है।
WHO के अनुसार, एक्सरसाइज करने से बच्चे की पढ़ाई पर प्रभाव पड़ सकता है। व्यायाम करने से एकाग्रता में सुधार होता है, जिससे बच्चे को अपना पाठ जल्दी याद हो सकता है।
Read more: जानें कौन से हैं वह योगासन, जिनसे आप अपने लिवर को रख सकते हैं हेल्दी