(Explaining the chemistry of chemistry to the students with the verses of “Ramcharit Manas”): इन दिनों रामचरित मानस की चर्चा पूरे सूबे में है। चाहे सरकार हो या विपक्ष के नेता। रामचरित मानस की चौपाइयों पर सभी जगह अपने-अपने अर्थ निकाल रहे हैं। वहीं कानपुर (KANPUR) शहर में एक ऐसे शिक्षक हैं जो इन चौपाइयों से छात्रों को रसायन विज्ञान की केमिस्ट्री समझा रहे हैं।
आपको यह बात चौंकाने वाली जरूर लगती होगी, लेकिन है सौ फीसद हकीकत। नवाचार और खेल-खेल में छात्रों को पढ़ाने की दिशा में कवायद करते हुए कानपुर शहर के शिक्षक डॉ पी एस परिहार चाहे रासायनिक क्रियाएं हो या दूसरे फार्मूले चुटकियों में ही छात्रों को सब चौपाइयों से सिखा देते हैं। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर परिहार सर का ये अंदाज लाखों लोगों को अपना दीवाना बना चुका है।
अध्यापक डॉ पी एस परिहार ने कहा, वो लगभग 25 वर्षो से शिक्षा के कार्यों से जुड़े हुए हैं। उन्होंने पाया कि आज कल के एडवांस पढ़ाई को लेकर बच्चों में तनाव डिप्रेशन जैसी समस्याएं देखने को मिल रही हैं। साथ ही छात्र छात्राएं अनैतिक कार्यों में भी सनलिप्त हो रहे हैं।
जिससे सामाजिक वातावरण भी दूषित हो रहा है। ऐसे में पढ़ाई को लेकर बच्चों का तनाव कैसे कम किया जा सके, बच्चों में शिष्टाचार और संस्कार कैसे आएं। इस विषय पर जब सोंचा तो रामचरितमानस की याद आई। अध्यापक ने कहा कि सबसे जरूरी विषय संस्कार होता है। इस वजह से रामचरित मानस से छात्र छात्राओं को जोड़ना बेहद जरूरी है। इससे बच्चों में संस्कार और अनुशासन दोनो ही आते है।
इससे एकाग्रता भी बढ़ती है। सबसे बड़ी और खास बात ये है कि रसायन विज्ञान एक ऐसा विषय जिससे बच्चे दूर भागते है। इस विषय के सवालों को सरलता से हल करने के लिए राम चरित मानस की चौपाइयां बहुत काम आ रही है। आसानी से चौपाइयां याद हो भी जाती है और इन्ही चौपाइयों से केमेस्ट्री की क्रियाएं और सूत्र हल हो जाते है। केमिस्ट्री के अध्यापक डॉक्टर पीएस परिहार द्वारा रामचरित मानस की चौपाइयों से निकाले गए फार्मूले से छात्र छात्राओं को बेहद आसानी हो रही है।
अध्यापक डॉ पी एस परिहार ने कहा कि म्यूजिक एक ऐसा माध्यम है जो किसी भी स्थिती में मन को एकाग्र कर देता है। जब छात्र पढ़ाई को लेकर तनाव में और दबाव में होते है। तो ऐसे में संगीत एक ऐसा माध्यम है जिससे बच्चों के तनाव को कम किया जा सकता है। यही कारण है अध्यापक डॉक्टर पीएस परिहार रामायण की चौपाइयों को छात्र-छात्राओं के सामने गाकर सुनाते हैं। साथ ही फिल्मी गानों के साथ जुगलबंदी करके बड़े से बड़े सवालों को चुटकियों में हल कर देते हैं।
डॉक्टर पीएस परिहार के क्लास में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं से कहा कि उन्हें रामचरितमानस की चौपाइयां काफी मदद कर रही हैं। यहां पढ़ने वाले एक छात्र कृष्णा दीक्षित ने बताया कि इस तरीके की पढ़ाई से ओवर ऑल व्यू तो बना ही रहता है।
वहीं दूसरी छात्रा मांडवी सिंह ने बताया कि म्यूजिक बहुत जल्दी माइंड में चढ़ता है। यह साइंटिफिक रीजन भी है। जो ऐसे में जब हम लोग एग्जाम देते हैं और तनाव में होते हैं, तो रामचरितमानस की चौपाइयां को मन में गाते हैं और तनाव मुक्त हो जाते हैं। साथी हमारे सवालों का जवाब भी मिल जाता ।