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Lucknow: अब 10 रुपये से भी कम में अपने हीमोग्लोबिन की खुद करें जांच, IITR ने लांच की ये किट

• LAST UPDATED : June 8, 2023

India News (इंडिया न्यूज), Lucknow: जल्द ही आप केवल 10 रुपये में ही केवल एक मिनट से कम समय में ही अपने खून के हेमोग्लोबीन की जांच कर पाएंगे। आप खुद से ही अपने हेमोग्लोबीन की जांच करने में सक्षम होंगे। सीएसआईआर-इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टॉक्सिकोलॉजी रिसर्च (आईआईटीआर) ‘सेन्जएचबी’ नामक एक स्वदेशी रैपिड हीमोग्लोबिन डिटेक्शन टेस्ट किट लेकर आया है। पेपर बेस्ड किट जो सिर्फ 30 सेकंड में रिजल्ट दे देती है। जानकारी हो कि इसे बुधवार को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस समारोह के दौरान विशेष सचिव और अतिरिक्त आयुक्त, खाद्य सुरक्षा औषधि प्रशासन दिव्यांशु पटेल और पूर्व अध्यक्ष एफएसएसएआई रीता तेवतिया ने लॉन्च किया।

कैसे होगी जांच

IITR के वैज्ञानिकों ने कहा, “बाजार में उपलब्ध परीक्षण सुविधाओं की तुलना में, SenzHb किफायती और उपयोग में आसान है।” उन्होंने कहा कि हीमोग्लोबिन की जांच के लिए पारंपरिक तरीकों में परिष्कृत उपकरण और नैदानिक प्रयोगशाला सेटिंग्स शामिल हैं जो अक्सर दूरस्थ/ग्रामीण क्षेत्रों में अनुपलब्ध होती हैं। उन्होंने कहा, “सेन्ज़हब का यह पेपर-आधारित, वर्णमिति स्ट्रिप-टाइप सेंसर एक तेज़ और विश्वसनीय हीमोग्लोबिन परख प्रदान करके इन चुनौतियों का समाधान करता है।”

जांच करने के लिए केवल इतना करना है कि पट्टी के साथ आने वाली सुई की मदद से चुभाना है, पट्टी पर खून गिराना है और जैसे ही पट्टी का रंग बदलता है, किट के साथ दिए गए ‘बदले हुए रंग दिशानिर्देशों’ के साथ इसका मिलान करें। परिणाम यह जानने में मदद कर सकते हैं कि वह एनीमिक है या नहीं। बाजार में उपलब्ध इसी तरह की किट न केवल उच्च कीमत वाली होती हैं, बल्कि सटीक परिणाम भी नहीं देती हैं और ‘मेड इन इंडिया’ नहीं होती हैं।

किट काफी सस्ता और कामलायक

उन्होंने कहा कि “इसके अलावा, इस किट में एक क्यूआर कोड शामिल है जो आठ भाषाओं में परीक्षण करने के लिए विस्तृत निर्देश प्रदान करता है। क्यूआर कोड में एक रंग चार्ट भी शामिल है, जो परिणामों की व्याख्या को और सरल करता है”। IITR वैज्ञानिकों की टीम ने कहा कि SenzHb की सटीकता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए व्यापक सत्यापन किया गया है। यह एक प्वाइंट-ऑफ-केयर टेस्ट (पीओसीटी) किट है, जिसका उपयोग उन्नत प्रयोगशाला सुविधाओं के अभाव में भी स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किया जा सकता है। इसकी सादगी और उपयोगकर्ता के अनुकूल डिजाइन कुशल और सटीक हीमोग्लोबिन अनुमान को सक्षम बनाता है। IITR के निदेशक भास्कर नारायण ने “सही खाने, स्वस्थ खाने, बिना किसी बर्बादी के सुरक्षित खाने” की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि “सभी के लिए एक दिन में दो सुरक्षित भोजन सीधा मंत्र होना चाहिए जिसका पालन करना चाहिए।”

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