India News ( इंडिया न्यूज) Smartphone Addiction: आज हम ऐसे दौर में जी रहे हैं, जहां मां बाप के पास अपने बच्चों के लिए समय नहीं है। कई माता पिता ऐसे हैं जो अपने बच्चो से प्यार की वजह से उनके हाथ में फोन थमा देते हैं। जब बच्चा रोता भी है तो उसे चुप कराने के लिए स्मार्टफोन ही दिया जाता है, लेकिन धीर-धीरे ये खिलौना आपके बच्चे को अपना आदी बना लेता है। आपको अंदाजा नहीं है कि आप अपने बच्चे को एक खतरनाक बीमारी की तरफ धकेल रहे हैं। इसलिए जरूरी है कि आप समय रहते ही सावधान हो जाएं और अपने बच्चे को इस फोन के चंगुल से बचा लें। यह इतना आसान तो नहीं है लेकिन हम आपको कुछ आसान तरीका बताएंगे जिससे आपका बच्चा फोन की तरफ देखेगा भी नहीं।
आज बच्चे कई तरह के गेजेट्स इस्तेमाल करते हैं। उनमें सबसे ज्यादा मोबाईलफोन का बच्चे यूज करते हैं। यह लत बच्चों को एंजाइटी और डिप्रेशन की ओर ले जाती है। डिजिटल कंटेंट बच्चों के लिए खतरनाक हैं इससे उनमें गंभीर खतरे पैदा हो रहे हैं। इससे बच्चों के दिमाग और आंखों पर गहरा असर पड़ता है। इससे बच्चों को कम उम्र में ही नींद और चिंता की बीमारी बढ़ने लगती है। इससे इनको डिप्रेशन का खतरा भी तेज होने लगता है।
1. विशेषज्ञ बताते हैं कि सबसे पहली और जरूरी बात यह है कि बच्चों के डिजिटल कंटेंट की लिमिट तय कर लें। ऐसे कंटेंट जो बच्चों की सेहत पर असर डालती हैं, उन्हें बच्चों को देखने से रोके।
2. पेरेंट्स की जिम्मेदारी है कि वह बच्चों के डिजिटल एक्सपोज़र का टाइम कम करें।
3. बच्चों का डाइट प्लान करें, ताकि उनकी ओवरऑल सेहत बनी रहे।
4. फोन देने की जगह बच्चों को बाहर खेलने के लिए ले जाएं।
5. ढेर सारा खिलौना ला कर दें।
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