UP NEWS: उत्तर प्रदेश के बरेली के अगस्त्य मुनि आश्रम में एक मुस्लिम युवती इलमा ने गुरुवार को हिंदू धर्म स्वीकार कर लिया। उसने इलमा से अपना नाम सौम्या रख लिया। जिसके बाद उसने हिंदू रीति रिवाज के अनुसार अपने प्रेमी सोमेश शर्मा के साथ शादी कर लिया। अगस्त्य मुनि आश्रम के मौजूदा पंडित के के शंखधार ने वैदिक रीत-रिवाज से उन दोनों का विवाह कराया। इलमा से बानी सौम्या शर्मा का कहना है कि वह 18 से ज्यादा उम्र की है मतलम बालिग है और उसने अपनी मर्जी से हिंदू धर्म स्वीकार कर सोमेश शर्मा से हिन्दू रीती रिवाज से प्रेम विवाह किया है।
इलमा बदायूं के थाना बिल्सी के गांव परोसी की रहने वाली है। इलमा की पढायी हाई स्कूल तक हुए है। आधार में उसकी उम्र 19 वर्ष से अधिक है। सोमेश शर्मा के साथ इलमा की पांच वर्ष से प्रेम प्रसंग चल रहा था। सोमेश दिल्ली में एक प्राइवेट नौकरी करता है। दोनों का घर एक दूसरे से बस 1 कम की दुरी पर है। इलमा के परिवार वाले उसकी शादी मुस्लिम धर्म में कही और करना चाहते थे। इलमा के परिजनों को एक साल पहले पता चला की दोनों एक दूसरे से प्यार करते है इस लिए उसके घर वाले उसकी शादी जल्दी करना चाहते थे।
इलमा का आरोप है कि परिवारवाले उसको जान से मारने वाले थे। जिसकी भनक लगते ही उन दोनों ने घर छोड़ दिया। दोनों भाग कर प्रयागराज गए। वह जा कर शादी का रजिस्ट्रेशन कराया। किसी के कहने पर गुरुवार को दोनों अगस्त्य मुनि आश्रम गए। आश्रम में पहुंचने के बाद पंडित केके शंखधार ने इलमा का गंगाजल से शुद्धिकरण कर धर्म परिवर्तन कराया। इसके बाद दोनों का हिंदू रीति रिवाज के साथ शादी किया गया।
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पंडित केके शंखधार का कहना है कि धर्म परिवर्तन कराकर शादी कराने के वजह से मुस्लिम समुदाय के लोग उनको भी जान से मारने की धमकि दे रहे है। पंडित केके शंखधार ने 45 दिन में चार मुस्लिम लड़कियों की शादी हिंदू लड़कों से करा चुके हैं, जिसकी वजह से उनको धमकी मिल रही है।