UP NEWS: उत्तर प्रदेश के कानपुर में जर्मनी की तकनीक ईटीए से एयरपोर्ट रोड का निर्माण किया जा रहा है। पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता श्रीराज ने दावा किया कि प्रदेश में पहली बार इस तरह की तकनीक से सड़क का निर्माण किया जा रहा है।
उन सड़को का कंप्यूटराइज्ड मशीन से मानकों के अनुरूप निर्माण किया जायेगा। इस मशीनों के उपयोग से ठेकेदार घटिया निर्माण नहीं करा पाएंगे। इसकी कुल लागत करीब 52 करोड़ रुपये है। इसमें से कुल 38 करोड़ रुपये जमीन में और बाकि के 14 करोड़ रुपये से निर्माण का कार्य होगा।
प्रस्तावित स्थल के दो नालों पर पुलिया और सड़क भी बनाया जायेगा। आपको बता दें, कि इस तकनीक से बनने वाली सड़कें लम्बे समय तक चलेगी। पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता राकेश यादव ने जानकारी देते हुए कहा कि 20 जनवरी तक मोटी गिट्टी बिछाने का कार्य सम्पन हो जायेगा।
20 जनवरी के बाद इन सड़को पर वाहन चलाया जा सकता है। जैसे ही तापमान में बढ़ोत्तरी होगी तुरंत ही तारकोल मिक्स जीरा गिट्टी बिछा दी जाएगी।
यह कंप्यूटराइज्ड मशीन जर्मनी की कंपनी रिटेन की है। इसमें निर्माण के लिए इस्तेमाल कि जाने वाली गिट्टी, तारकोल के मानक दर्ज हैं। इसके कंप्यूटर में मशीन में लगे मीटर से गिट्टी, सीमेंट, पानी डालते समय इनके प्रतिशत का पता चल जायेगा।
निर्माण सामग्री डालने पर मशीन में सही प्रतिशत का पता लग जायेगा। जिसके बाद से मशीन इसे ठीक से मिलाकर बिछा देगा। अगर मशीन में मानक से काम या ज्यादा निर्माण सामग्री डाली गई तो इसके बैकअप का पता चल जायेगा। इससे सड़क बनने में सामान्य प्रक्रिया से काम समय लगेगा।