उत्तरप्रदेश विधानसभा सत्र 2023 (Uttar Pradesh Assembly Session 2023) की शुरूआत होने से पूर्व बीजेपी ने समाजवादी पार्टी पर तंज कसना शुरू कर दिया है। यूपी के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने बयान देते हुए कहा कि अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव को संतावना लेने की जरूरत पड़ रही है। आप सभी जानते है कि कैसे सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल को मंच से धक्का देकर बाहर किया था। कैसे पिता को लात मारकर पार्टी पर अपना सत्ता बनाया था।
यूपी विधानसभा का बजट सत्र आज से शुरू होने जा रहा है और इस सत्र के काफी हंगामेदार होने की उम्मीद की जा रही है। इस बार सरकार को कानून व्यवस्था, महंगाई, बेलगाम अफसरशाही जैसे मुद्दों को लेकर पलटवार करने जा रही है। ऐसे में विपक्षी पार्टी और पक्षी पार्टी दोनों पार्टिया पूरी तरह से तैयार है।
पक्ष और विपक्ष ने सदन के भीतर अपनी-अपनी बात रखने के लिए पार्टियों की तरफ से रणनीति तैयार हो चुकी है। सपा पार्टी बीएसपी और कांग्रेस पार्टी को घेरने के लिए की तैयारी के साथ महंगाई कानून व्यवस्था पर हमला करने जा रही है। सपा की बात की जाए तो इस बार कई तरह की बातें सदन में देखने को मिल सकती है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव सदन में ठीक पास बैठे देखे जाएगें। बीजेपी पार्टी के हमलों का उन्हें सामना करना पड़ सकता है। विपक्षी पार्टी भी अपनी पूरी तैयारी में है।
आपको बता दें कि मंत्री नंदी ने बयान देते हुए कहा है कि वर्ष 2012 में मुलायम सिंह यादव को मैंडेट दिया गया। लेकिन उन्होंने अखिलेश यादव को सत्ता की सीट दे दी थी। लेकिन इस घटना के बाद अखिलेश यादव ने अपने पिता मुलायम सिंह यादव को ही पार्टी से बाहर कर पार्टी पर कब्जा कर लिया था। इस घटना से कहा जा सकता है कि भारतीय जनता पार्टी किस रणनीति के साथ समाजवादी पार्टी के ऊपर हमला करने जा रही है। नंदी के कही बात के अनुसार तो कांग्रेस पार्टी और समाजवादी पार्टी एक ही सिक्के की तरह है। नंदी ने बयान देते हुए कहा कि जिस तरह राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी को खत्म कर दिया है। ठीक उसी तरह अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी को खत्म कर देगें।