(Virat’s luck opened as soon as he remembered God): जब ईश्वर आपके पैरो के छालों को महसूस कर ले । जब उपर वाला आपकी लगातार आती अर्ज़ियों पर इनायत बरसा दे ।
जब आप ज़मीन पर बैठ कर उस असीम शक्ति से अपना दर्द बयान करें और जब आपकी भक्ति से सर्वशक्तिमान प्रसन्न हो जाए तो फिर वो होता है जो कल्पना से परे है । इन तमाम बातों को क्रिकेट के सुल्तान विराट से बेहतर कौन समझ सकता है । ‘कहते है ना जब उपर वाला देता है तो छप्पर फाड़ कर देता है।’
विराट (Virat Kohli) के साथ भी ऐसा ही हुआ है। सालो साल से ख़ाली झोली ख़ुशियों से भर गई। जिसकी शुरुआत हुई साल के पहली सेंचुरी से खराब फार्म और बुरे समय से जूझ रहे विराट अनुष्का के साथ वृंदावन पहुँचे । जहां से ईश्वर का आशीर्वाद उनके साथ हुआ। तब उन्होंने लंबे समय के बाद वनडे में शतक लगा दिया।
आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ की शुरुआत में विराट के आउट होने का सिलसिला फिर चालू हो गया। परेशान विराट को फिर ध्यान आया कि वो कुछ भूल रहे है। अपनी भूल सुधारने के लिए विराट इंदौर टेस्ट के बाद सीधे महाकाल के दरबार पहुंचे।
बाबा का आशीर्वाद मिला तोमिलते ही विराट ने 186 रन की पारी खेल दी। GFX in 2019 के बाद विराट ने टेस्ट शतक लगाया है। इस शतक के साथ कई रिकार्ड भी विराट के नाम हुए है।
विराट एक बार फिर रनों का अंबार लगा रहे है। 6 महीने में वो 6 शतक भी लगा चुके हैं। इसके साथ ही सफलता की राह पर वापसी के लिए बार बार उस असीम शक्ति के सामने नमन भी कर रहे हैं। क्योंकि वो जानते है जब उपर वाला साथ है तो गेंद वहाँ गिरती है जहां आप बैट चलाते है।