India News (इंडिया न्यूज), World Organ Donation Day : जब शरीर का हर एक अंग अपना काम सही तरह से करता है, तो हमारा शरीर ठीक रहता है। किसी व्यक्ति के शरीर का एक भी अंग खराब होता है या उसमे कोई दिक्कत होती है तो उसके लिए जीवन जीना मुश्किल हो जाता है। हालांकि, आज मेडिकल साइंस इतना आगे बढ़ गया है, कि उस अंग के बदले नया अंग लगाकर व्यक्ति का जीवन बचाया जा सकता है। हालांकि, भारत में कई लोग ऑर्गन फेलियर के बाद नया ऑर्गन न मिलने के कारण अपनी जान गवां देते हैं। जानकारी की कमी के कारण लोग अंगदान करने से कतराते हैं। यही वजह है कि हर साल 13 अगस्त को वर्ल्ड ऑर्गन डोनेशन डे के रूप में मनाया जाता है। यहां जानिए आखिर क्यों मनाया जाता है ऑर्गन डोनेशन डे और ये क्यों जरूरी है यह..
हर साल 13 अगस्त को वर्ल्ड ऑर्गन डोनेशन डे मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उदेश्य अंगदान के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना है। इसके अलावा ऑर्गन डोनेशन को लेकर लोगों के बीच बनी गलत जानकारी की सच्चाई से उन्हें अवगत करवाना है। लोगों को जागरूक करने के लिए इस दिन स्वास्थ्य संगठनों द्वारा तमाम योजनाएं चलाई जाती हैं, ताकि जरूरतमंद व्यक्ति को नई जिंदगी मिल सकती है।
बात करें अंगदान दर की तो भारत की तुलना में विदेशों में यह दर ज्यादा है। यह भारत में जागरूकता और जानकारी के अभाव के कारण है। जब हम अपने शरीर के किसी अंग को दान करते हैं तो प्राप्तकर्ताओं को लंबे समय तक जीवित रहने में मदद मिलती है। ऑर्गन ट्रांसप्लांटेशन किसी व्यक्ति का जीवन बचा सकता है। हालांकि, ट्रांसप्लांटेशन तब ही मुमकिन है जब कोई व्यक्ति अपना ऑर्गन डोनेट करेगा। रिपोर्ट्स का कहना है कि आंख और टिशू की मदद से एक अंगदाता करीब 7 लोगों की जान बचा सकता है। हालांकि, इसके लिए डोनर को जीते जी ऑर्गन नेशन की साइट पर रजिस्टर करना होता है। ताकि मृत्यु के बाद परिवारजन अंगों और ऊतकों को दान करने की सहमति दे।
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