India News ( इंडिया न्यूज ), INS Sandhayak : INS संधायक भारतीय नौसेना की एक नई और महत्वपूर्ण शक्ति है जो समुद्री सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस जहाज को समुद्री क्षेत्रों के हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो समुद्री नेविगेशन क्षेत्रों, तटीय क्षेत्रों और बंदरगाहों की सुरक्षा में सहायक हो सकता है।
बोफोर्स तोपों और अन्य सुरक्षा सुविधाओं से लैस INS संधायक ने स्वदेशी शार्क के रूप में अपनी पहचान बनाई है। इसकी रेंज 11 हजार किलोमीटर है, जिससे यह समुद्री रास्तों पर होने वाली गतिविधियों पर नज़र रखने में सक्षम है। इसे विशाखापत्तनम में राक्ष मंत्री राजनाथ सिंह ने लॉन्च किया और समुद्री लुटेरों को चेतावनी भी दी है।
Attended the Commissioning Ceremony of #INSSandhayak in Visakhapatnam today.
The ship will further strengthen India's role as a superpower in the Indo-Pacific region.⁰⁰INS Sandhayak will protect our own maritime interests as well as of friendly countries⁰⁰Maritime piracy &… pic.twitter.com/bppBAwvPFY
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) February 3, 2024
राक्ष मंत्री ने कहा है कि आज विशाखापत्तनम में INS संधायक के कमीशनिंग समारोह में भाग लिया। यह जहाज हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक महाशक्ति के रूप में भारत की भूमिका को और मजबूत करेगा। INS संधायक हमारे और मित्र देशों के समुद्री हितों की रक्षा करेगा
उन्होंने कहा कि समुद्री डकैती और तस्करी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह ‘न्यू इंडिया’ की प्रतिज्ञा है भारत नेविगेशन, व्यापार और वाणिज्य की स्वतंत्रता और नियम-आधारित विश्व व्यवस्था का पक्षधर है। बता तें कि आईएनएस संध्याक का उद्देश्य समुद्री डकैती, साइबर हमलों और सुरक्षा संबंधी खतरों के खिलाफ भारतीय समुद्री क्षेत्रों में सुरक्षा बनाए रखना है।
इसमें 80% स्वदेशी सामग्री है और इसकी तकनीकी विशेषताएं समुद्री सुरक्षा को मजबूती से संभालने के लिए डिज़ाइन की गई हैं। INS संधायक के जरिए भारतीय समुद्री क्षेत्र को सुरक्षित रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे यह देश की सीमाओं की रक्षा करने में और भी प्रभावी हो गया है।
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