India News (इंडिया न्यूज़)UP,Health Tips: साइटिका एक नस का रोग है। प्रारंभिक शुरुआत चोट, जलन या कटिस्नायुशूल तंत्रिका की कमजोरी के कारण होती है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि सायटिक तंत्रिका शरीर की सबसे लंबी और मोटी तंत्रिका है। चौड़ाई लगभग 2 सेंटीमीटर, नसों का एक बंडल जैसा दिखता है। ये रीढ़ की हड्डी से जुड़ा होता है। शरीर का लगभग हर अंग इससे जुड़ा होता है। यह नस सभी कोहनियों, घुटनों और पैर की उंगलियों से जुड़ती है। अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए तो यह समय के साथ गंभीर हो सकता है।
सबसे पहले आपको अपनी पीठ और बट में झुनझुनी महसूस होगी। यह एक ऐसी बीमारी है जो साइटिका तंत्रिका को प्रभावित करती है। यह रोग पीठ और कूल्हों पर शुरू होता है। कूल्हे के जोड़ के पास से नसों में दर्द और तनाव शुरू हो जाता है। इसकी शुरुआत खड़े होने या बैठने में कठिनाई से होती है और जैसे-जैसे यह बढ़ती है, सीधे चलना भी दिक्कते बढ़ने लगती है।
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साइटिका की शुरुआत में पैरों में झुनझुनी महसूस होगी। यह एक ऐसी बीमारी है जो सायटिक तंत्रिका को प्रभावित करती है। यह रोग पीठ और कूल्हों से शुरू होता है। कूल्हे के जोड़ के पास दर्द और तंत्रिका तनाव शुरू हो जाता है। इसकी शुरुआत खड़े होने या बैठने में कठिनाई से होती है और जैसे-जैसे यह बढ़ती है, सीधे चलना भी असंभव हो जाता है।
अगर आपको अपने शरीर पर इनमें से कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें। क्योंकि समय के साथ आपकी परेशानियां बढ़ सकती हैं।
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