India News(इंडिया न्यूज़), Room Heater: उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में भी इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ऐसे में ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी इलाकों तक के लोग ठंड से बचने के लिए अंगीठी का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन, इनके इस्तेमाल में थोड़ी सी चूक जानलेवा साबित हो सकती है। डॉक्टरों का कहना है कि कभी भी बंद कमरे में अंगीठी नहीं जलानी चाहिए, क्योंकि आग से निकलने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड जानलेवा हो सकती है।
आज भी जानकारी के अभाव में लोग बंद कमरे में अंगीठी जलाकर सोने में कोई सावधानी नहीं बरत रहे हैं। लेकिन ऐसा करना उनके लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। डॉक्टरों के मुताबिक बंद कमरे में अंगीठी का इस्तेमाल करना खतरे से खाली नहीं है। इससे निकलने वाली जहरीली कार्बन मोनोऑक्साइड गैस बेहोशी का कारण बन सकती है। इसकी अधिकता से सांद्रण स्तर कम होने के कारण मृत्यु भी हो सकती है।
सीएचसी मानिकपुर में तैनात डॉ. अजय ने बताया कि यदि बगीचे या खुले स्थान पर अंगीठी जलाई जाए तो इसका ज्यादा असर नहीं होता है। उन्होंने आगे बताया कि इसमें कार्बन मोनोऑक्साइड बनता है। जो एक खतरनाक गैस है, अगर यह खुले क्षेत्र में जाए तो ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाती है। लेकिन आज के समय में आलस के कारण लोग इसे अपने कमरे में जलाकर सो जाते हैं। जिससे वह गैस बाहर नहीं निकल पाएगी और जहरीली गैस बनकर आपके फेफड़ों पर हमला कर देगी, जिससे मौत भी हो सकती है।
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