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World Hepatitis Day: हेपेटाइटिस से रहना है सुरक्षित तो ना करें ये लापरवाही, जानें क्या है संकेत और बचाव

• LAST UPDATED : July 27, 2023

India News (इंडिया न्यूज़),World Hepatitis Day: विश्व हेपेटाइटिस दिवस (World Hepatitis Day) 28 जुलाई को हर साल मनाया जाता है और इस दिन को महत्वपूर्ण बताया जाता है ताकि हेपेटाइटिस से संबंधित जागरूकता फैलाई जा सके। हेपेटाइटिस एक संक्रामक बीमारी है जो लिवर को प्रभावित करती है और कई विभिन्न प्रकार की होती है, जिनमें हेपेटाइटिस ए, बी, सी, डी, और ई शामिल होते हैं।

हेपेटाइटिस बी और सी सबसे अधिक चिंता का कारण हैं, क्योंकि ये लिवर के समृद्धि घटाने की संभावना होती हैं, जो गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर सकती हैं। इन्हें नजरअंदाज करना और लापरवाही बरतना अत्यंत खतरनाक हो सकता है। यहां हेपेटाइटिस से बचने के कुछ महत्वपूर्ण उपाय दिए गए हैं:

  1. टीकाकरण (वैक्सीनेशन): हेपेटाइटिस बी वैक्सीन (Hepatitis B Vaccine) को प्राथमिक रूप से जन्म से ही बच्चों को दिया जाता है ताकि उन्हें बीमारी के खिलाफ सुरक्षा मिल सके। वयस्क व्यक्ति भी अपने चिकित्सक से संपर्क करके इस वैक्सीन की जांच करवा सकते हैं और अपने वैक्सीनेशन स्थिति को पुष्टि कर सकते हैं।
  2. सुरक्षित सेक्स: हेपेटाइटिस बी और सी संक्रामक रोगों का प्रसार अधिकतर असुरक्षित संबंधों के माध्यम से होता है। असुरक्षित सेक्स से बचने के लिए कंडोम का प्रयोग करें और एक संप्रेषण में विश्वसनीय स्थान का चयन करें।
  3. संभावित संक्रमित ब्लड से बचना: संभावित रूप से संक्रमित ब्लड या इंजेक्शन से दूर रहें। अगर आपको इंजेक्शन लगवाने की जरूरत है, तो एक्सपर्ट स्त्रीलिंग का प्रयोग करें और एक विश्वसनीय स्थान पर ही इंजेक्शन लगवाएं।
  4. शरीर को एक्सपोज करने वाली चीज़ों से सावधानी: हेपेटाइटिस बी और सी वायरस उसके आंदरन रहते हैं और बाहरी तत्वों के माध्यम से व्यक्ति से व्यक्ति को संक्रमित कर सकते हैं। इसलिए, संभवतः संक्रमित व्यक्ति के साथ बर्ताव करने से बचें, संभावित संक्रमित चीजों जैसे छुरी, नुदल, टूथब्रश आदि का इस्तेमाल ना करें और खून आदि के संचय को सावधानीपूर्वक निपटाएं।
  5. स्वच्छता और हाथ धोना: बार-बार हाथ धोना और स्वच्छता के उच्च स्तर का पालन करना हेपेटाइटिस संक्रमण को रोकने में मदद करता है।

यदि किसी व्यक्ति को हेपेटाइटिस संबंधी लक्षण या संदेह होता है, तो उन्हें तुरंत चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए और निर्धारित उपचार का पालन करना चाहिए। हेपेटाइटिस वायरस का समय पर पहचाना और उपचार कराने से लिवर की स्वस्थता को बचाने में मदद मिलती है और गंभीर समस्याओं से बचने में सहायक होता है।

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