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बता दें, बाहर आए सभी श्रमिकों को एम्बुलेंस से अस्पताल ले जाया जा रहा है। जहाँ इनका मेडिकल चेकअप किया जाएगा।
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सिलक्यारा टनल से बाहर आए 15 मजदूर, लगाए भारत माता के जयकारे
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उत्तराखंड के उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन अंतिम चरण में है। सामने आ रही जानकारी के अनुसार, मजदूरों को बाहर लाने लिए NDRF-SDRF की टीम अंदर गई है। यानी अब चंद मिनटों में खुशखबरी मिलने वाली है।
28/11/2023 19:43:44
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में सिल्क्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बचाने का अभियान 17वें दिन भी जारी है। मजदूरों को निकालने के लिए पाइप बिछाने का काम पूरा होने के कगार पर है। टनल के अंदर एक एंबुलेंस लगा दी गई है। किसी भी वक्त मजदूरों को बाहर लाने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
28/11/2023 17:01:44
सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों में से एक राजेंद्र बेदिया के आवास पर मीठाई बाटी गईं। श्रमिकों को बचाने का अभियान जल्द ही समाप्त होने की उम्मीद है।
28/11/2023 16:20:44
मजदूरों को बाहर लाने में पाइप बाधा बना, जिसकी कटिंग का काम चालू हो चुका है। अभी मजदूरों को बाहर लाने में 1 घंटे का समय लग सकता है।
28/11/2023 16:19:47
सिल्क्यारा सुरंग से श्रमिकों को निकालने के बाद चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर चिनूक हेलीकॉप्टर मौजूद है।
28/11/2023 15:50:47
उत्तराखंड के एम्स ऋषिकेश के सहायक प्रोफेसर डॉ. नरिंदर कुमार ने कहा कि ‘बचाए गए श्रमिकों को केवल तभी यहां लाया जाएगा जब उत्तरकाशी जिला अस्पताल में चिकित्सा उपचार की आवश्यकताएं पूरी नहीं हो सकेंगी।एम्स ऋषिकेश में, ट्रॉमा सेंटर में 20 बिस्तर हैं और कुछ आईसीयू बेड। यदि श्रमिकों को यहां लाया जाता है, तो उन्हें अच्छी चिकित्सा देखभाल दी जा सकती है। राज्य सरकार द्वारा आदेश दिए जाने पर उत्तरकाशी भेजे जाने के लिए डॉक्टरों की एक टीम गठित की गई है।’
28/11/2023 14:50:47
उत्तरकाशी सुरंग में फंसे मजदूरों के परिवारों के सदस्यों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि’हमें खुशी है कि उन्हें जल्द ही बचाया जाएगा. हम उनका अच्छे तरीके से स्वागत करते हैं। हमने उन्हें बताया था कि बचाव दल पहुंच जाएगा।’
28/11/2023 14:39:47
केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह (सेवानिवृत्त), पीएमओ के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे और पूर्व इंजीनियर-इन-चीफ और बीआरओ डीजी लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह (सेवानिवृत्त) सिल्क्यारा सुरंग से बाहर आए।
#WATCH | Uttarkashi tunnel rescue | Union Minister General VK Singh (Retd), former advisor of PMO Bhaskar Khulbe and former Engineer-In-Chief and BRO DG Lieutenant General Harpal Singh (Retd) come out of the Silkyara tunnel.
Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami tweeted that the… pic.twitter.com/PonzSJanwK
— ANI (@ANI) November 28, 2023
28/11/2023 14:12:47
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लिखा कि बाबा बौख नाग जी की असीम कृपा, करोड़ों देशवासियों की प्रार्थना एवं रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे सभी बचाव दलों के अथक परिश्रम के फलस्वरूप श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए टनल में पाइप डालने का कार्य पूरा हो चुका है। शीघ्र ही सभी श्रमिक भाइयों को बाहर निकाल लिया जाएगा।
बाबा बौख नाग जी की असीम कृपा, करोड़ों देशवासियों की प्रार्थना एवं रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे सभी बचाव दलों के अथक परिश्रम के फलस्वरूप श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए टनल में पाइप डालने का कार्य पूरा हो चुका है। शीघ्र ही सभी श्रमिक भाइयों को बाहर निकाल लिया जाएगा।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 28, 2023
28/11/2023 14:10:47
टनल के बाहर बाबा बौखनाग के मंदिर पर पुजारी ने नारियल तोड़ा। साथ ही उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता के लिए बाबा का धन्यावाद किया।
28/11/2023 14:00:47
रेस्क्यू से जुड़े लोगों ने बताया कि सिर्फ एक पाइप बेल्डिंग के लिए बाकी है।
#WATCH | Uttarkashi tunnel rescue | NDRF personnel at the entrance of the Slikyara tunnel. As per the latest update, the pipe has been inserted up to 55.3 metres and one more pipe has to be welded and pushed in. pic.twitter.com/i1AsTRfXfT
— ANI (@ANI) November 28, 2023
28/11/2023 13:46:47
एनडीआरएफ कर्मी मौजूद सुरंग के प्रवेश द्वार पर
सिल्कयारा सुरंग के प्रवेश द्वार पर एनडीआरएफ के जवान मौजूद हैं। लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक, पाइप 5 5.3 मीटर तक डाला गया है और एक और पाइप को वेल्ड करके अंदर धकेला जाना है।
28/11/2023 01:34:11
उत्तरकाशी सुरंग बचाव, बचाव स्थल पर दिखीं एंबुलेंस, सेना एसडीआरएफ और अन्य सभी एजेंसियां घटनास्थल पर मौजूद हैं।
नवीनतम अपडेट के अनुसार, पाइप 55.3 मीटर तक डाला गया है।
#WATCH | Uttarkashi tunnel rescue | Ambulances seen at the site of rescue. Army, SDRF and all other agencies at the site.
As per the latest update, pipe has been inserted upto 55.3 metres. pic.twitter.com/DsD4aJNpiH
— ANI (@ANI) November 28, 2023
28/11/2023 01:23:11
उत्तराखंड के उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में पिछले 17 दिनों से चल रही खुदाई अब पुरी हो चुकी है। कुछ ही देर में अच्छी खबर मिल सकती है। मजदूरों को बाहर निकालने की प्रकिया शुरू हो गई हैं।
28/11/2023 12:30:11
अब खुदाई केवल 3 मीटर बाकी हैं।विशेषज्ञ का कहना है कि शाम 5 बजे तक मजदूर बाहर आ सकते है।
28/11/2023 12:30:11
फिलहाल वर्टिकल ड्रिलिंग रोक दी गई है, लेकिन सुरंग के अंदर मैन्यूअल ड्रिलिंग सफलतापूर्वक जारी है। ये निश्चित करने के लिए कि नीचे ड्रिलिंग कार्य में कोई बाधा न आए, जिसके चलते वर्टिकल ड्रिलिंग बंद कर दी गई है। इस बीच वर्टिकल ड्रिलिंग में मशीने बदलने की प्रक्रिया चल रही है।
Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | 43 metres of vertical drilling for the 1.2 metres diameter pipe from the top of the hill completed. It can take another 40-50 hours to complete the remaining work. 78 metres of vertical drilling for the 8 mm diameter pipe from the top of…
— ANI (@ANI) November 28, 2023
रैट माइनर्स मलबे की खुदाई में जी जान से जुट गई हैं। 3 टीमें मैनुअल ड्रिलिंग के लिए बनाई गई हैं। 12,7 और 5 सदस्यों की ये टीम अपने काम में लगी हुई है। सोमवार से ही मैनुअल ड्रिलिंग का काम शुरू हो चुका है। शुरू में ड्रिलिंग का काम अमेकरिकी ऑगर मशीन से किया जा रहा था लेकिन शुक्रवार को वे मलबे में फंस गई, जिससे अधिकारियों को वैकल्पिक तरीकों की खोजना पड़ा। ड्रिलिंग का काम तकरीबन 40% पूरा हो गया है।
मैनुअली खुदाई के लिए सबसे पहले 2 लोग पाइपलाइन में जाते हैं। एक रास्ता बनाता है और दूसरा मलबे को ट्रॉली में भरता है। जिसे 4 लोग बाहर से खींचते हैं। इसमें जब पहली टीम थक जाती है तो दूसरी टीम आगे बढ़ जाती है।
प्रदेश के सीएम पुष्कर सिंह धामी टनकपुर निवासी श्रमिक पुष्कर सिंह ऐरी के परिवार से मुलाकात करने उनके घर पहुंचे। पुष्कर सिंह ऐरी सिल्कयारा टनल में फंसे 41 मजदूरों में से एक हैं।
टनल में फंसे मजदूरों का ध्यान तनाव से हटाने के लिए ये फैसला लिया गया है, जिससे अंदर फंसे सभी मजदूर गेम खेलें और मुसीबत के समय एक-दूसरे का हौसला बढ़ाएं। स्मार्टफोन की मदद से उन्हें टनल में समय बिताने में दिक्कत नहीं होगी। टनल में फंसे सभी मजदूरों तक जो फोन भेजे गए है उनमें सांप सीढ़ी, लूडो और दूसरे अन्य खेल पहले से ही डाउनलोड करके भेजे गए है।
मजदूरों के परिजनों ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि अंदर फंसे कुछ लोग बहुत ज्यादा चिंता में हैं। उन्होंने खाना-पीना तक छोड दिया है। काफी दिन होने के बाद भी बाहर ना निकल पाने के कारण अब उन्हें घबराहट हो रही है। इसी लिए रेस्क्यू टीम ने मजदूरों के लिए फोन फेजा है। शायद वे स्मार्ट फोन पहुंचने के बाद अब उनका माइंड डायवर्ट हो और वे अंदर ठीक से रह पाए। वर्टिकल तरीके से ड्रिल का काम शुरू हो गया। ऐसे में ये साफ तौर पर कहा जा सकता है कि रेस्क्यू ऑपरेशन में अभी देरी लग सकती है।
बचावकर्मियों ने चारधाम रोड पर बनी सुरंग के बारकोट छोर पर भी दो विस्फोटक उपकरण विस्फोट किए और अंदर फंसे श्रमिकों को बचाने के लिए एक और सुरंग खोदना शुरू कर दिया। 12 नवंबर को उत्तरकाशी जिले में चारधाम यात्रा मार्ग पर निर्माणाधीन 4.5 किलोमीटर लंबी सिल्क याला सुरंग का एक हिस्सा ढह गया, जिससे मलबे के दूसरी तरफ मजदूर फंस गए।
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