India News (इंडिया न्यूज़), Arun Jaitley Death Anniversary: अरुण जेटली (28 दिसंबर 1952 – 24 अगस्त 2019) एक प्रमुख भारतीय राजनेता, वकील, और सांसद थे। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा) में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई और उनका योगदान भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण माना गया। अरुण जेटली भारत के पूर्व वित्तमंत्री और वकील होने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी के एक कुशल वक्ता के तौर पर पहचाने जाते थे।
जेटली भारत के उन नेताओं में से थे जो सदन में अपनी पार्टी का पक्ष मजबूती के साथ रखा करते थे और अपने तर्कों से विपक्ष के निरुत्तर करने वाले चुनिंदा नेताओं में उनकी गिनती हुआ करती थी। लंबे राजनैतिक करियर में अरुण जेटली में 2014 में बनी भारतीय जनता की सरकार में वित्त मंत्रालय और जरूरत पड़ने पर रक्षा मंत्रालय का भी पद सम्भाला। आज हम जानेंगे उनसे जुड़ी कुछ बातें-
अरुण जेटली का राजनेतिक सफर वर्ष 1977 में भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा) के सदस्य के रूप में शुरू हुआ था, जब वह दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र नेतृत्व में अवैध आंदोलन के खिलाफ आवाज उठाने लगे थे। उन्होंने भा.ज.पा में विभिन्न पदों पर कार्य किया और विशेष रूप से अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के नेतृत्व में पार्टी की महत्वपूर्ण कार्यकर्ता बने। उनका प्रमुख योगदान भारतीय राजनीति में उनके अद्वितीय वक्तव्य और व्यावसायिक दक्षता के माध्यम से था। उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में कई महत्वपूर्ण सुधारों की प्रमुख दिशा में काम किया, जिनमें वित्तीय सुधारों को प्राथमिकता देना शामिल था।
अरुण जेटली ने भारतीय राजनीति में विभिन्न पदों पर कार्य किया, जैसे कि दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र संघ के अध्यक्ष, भा.ज.पा के महासचिव, सांसद, और अंततः वित्त मंत्री रहे। उन्होंने वित्तीय मामलों में अपने दक्षता को साबित किया और उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उनके नेतृत्व में ही 2017 में भारत सरकार ने जीएसटी (सामान्य सामयिक मार्ग) को पारित किया, जो भारतीय अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण वित्तीय सुधार था। उनके प्रशासनिक दक्षता, वाक्यशृंखला में आकर्षण, और विचारशीलता के कारण वे भारतीय राजनीति के एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व माने जाते हैं।
अरुण जेटली ने अपने व्यावसायिक कौशल का उपयोग भी राजनीतिक क्षेत्र में किया। उन्होंने न्यायपालिका के समर्थन में अपने विचार व्यक्त किए और महत्वपूर्ण मामलों में उनकी उम्मीदों को प्रोत्साहित किया। उनके स्वतंत्रता संग्राम में भी महत्वपूर्ण भूमिका रही, और उन्होंने आप्रवासिक विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क वकालत सेवाएं प्रदान की।
अरुण जेटली की मृत्यु ने भारतीय राजनीति को एक महत्वपूर्ण नेता खोने का दुख दिलाया, और उनके साथियों और पार्टी के सदस्यों के लिए एक शून्य छोड दिया। उनकी यादें और उनका योगदान भारतीय राजनीति के इतिहास में हमेशा के लिए मर्क बने रहेंगे।
अरुण जेटली (28 दिसंबर 1952 – 24 अगस्त 2019) एक प्रमुख भारतीय राजनेता, वकील, और सांसद थे। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा) में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई और उनका योगदान भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण माना गया। उनका राजनेतिक सफर दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्र संघ के अध्यक्ष के रूप में शुरू हुआ और वहां से वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। उन्होंने पार्टी के विभिन्न पदों पर कार्य किया, और उनका नेतृत्व भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण बना।
उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में कई महत्वपूर्ण सुधारों को प्रोत्साहित किया, जिनमें वित्तीय सुधारों को प्राथमिकता देना शामिल था। उनके प्रमुख कार्यों में से एक है जीएसटी (सामान्य सामयिक मार्ग), जो भारतीय अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन था। अरुण जेटली के नेतृत्व में ही भारत सरकार ने 2016 में बिना नोट की नोटबंदी की, जिसका उद्देश्य ब्लैक मनी को कम करना और अर्थव्यवस्था को साफ करना था।
उनके नेतृत्व में भारतीय राजनीति ने एक योग्य और प्रभावी नेता की आवश्यकता को समझा और उन्होंने अपनी दक्षता, विचारशीलता, और कठिन परिस्थितियों में भी सहयोग प्रदान किया। उनकी मृत्यु ने भारतीय राजनीति को एक अमूल्य व्यक्ति की कमी का सामना करवाया, लेकिन उनकी सोच और योगदान हमेशा याद रहेंगे।
अरुण जेटली के परिवार में उनकी पत्नी संगिता जेटली और दो बच्चे शौर्य और सोनाली शामिल थे। संगिता जेटली एक वकील थी और उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में काम किया। शौर्य जेटली भी एक वकील थे और उन्होंने अपने पिता के नौकरी में बड़ी भूमिका निभाई। सोनाली जेटली ने भी वकालत की और सांसद अरुण जेटली की सहायक भी रहीं।
अरुण जेटली का परिवार उनके साथ उनके राजनीतिक सफर में हमेशा साथ दिया और उनके समर्थन में खड़ा रहा। उनकी पत्नी और बच्चे उनके नेतृत्व, कार्यों, और योगदान का गर्व महसूस करते हैं और उनकी यादों को सदैव जिंदा रखने का प्रयास करते हैं।
अरुण जेटली के परिवार ने उनके विचारों, कार्यों, और सेवा में हमेशा साथ दिया। उनका परिवार उनके सामर्थ्य को समझता था और उनकी राजनीतिक प्रतिबद्धता का समर्थन करता था। वे समय-समय पर उनके साथ भारतीय राजनीति में उनकी महत्वपूर्ण भूमिकाओं के रूप में दिखाई देते थे, जिससे वे उनके परिवार और समर्थकों के लिए माननीय बने रहे।
अरुण जेटली के निधन के बाद उनके परिवार ने उनके योगदान की यादें और उनकी महत्वपूर्ण कामों को याद रखने के लिए कई तरह के स्मृतिस्थलों और कार्यक्रमों की शुरुआत की है। उनका परिवार उनके योगदान को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहा है ताकि उनकी सोच और कार्यों का विरासत सदैव जीवित रहे।