India News (इंडिया न्यूज),Ballia News: ख़बर उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रसड़ा से है। जहाँ बहुजन समाज पार्टी के इकलौते विधायक उमाशंकर सिंह ने शुक्रवार को नव निर्मित संसद भवन के उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से करवाने का खुला समर्थन करते हुए कहा है कि PM मोदी से उद्घाटन का विरोध करने वाले दल जब राष्ट्रपति की उम्मीदवार थी तब उनके विरुद्ध प्रत्याशी उतारकर उनका विरोध क्यों कर रहे थे? क्या इसका उनके पास कोई जवाब है?
बलिया के रसड़ा पहुंचे बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने रसड़ा नगरपलिका के नवनिर्वाचित बसपा अध्यक्ष विनय शंकर जायसवाल के शपथग्रहण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस दौरान मीडिया से बातचीत में बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने कहा कि हमारा विपक्ष व विरोध मुद्दों पे आधारित होना चाहिए। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि जो लोग अनुसूचित जनजाति की राष्ट्रपति से नवनिर्मित संसद भवन के उद्घाटन के मुद्दे को उठा रहे हैं वे जब वह राष्ट्रपति की उम्मीदवार थी तब उनके विरुद्ध प्रत्याशी उतारकर उनका विरोध क्यों कर रहे थे ? उन्होंने कहा कि विपक्ष एक बड़ी जिम्मेदारी है, विरोध के मुद्दे जनहित के होने चाहिए।
जबसे संसद भवन का कार्य शुरू हुआ है। तब से ही सरकार और विपक्ष की राजनीति भी गरमाई हुई है। 26 मई को प्रधानमंत्री के दूसरे कार्यकाल का 9 साल पूरा हुआ। इसी कड़ी पीएम मोदी नई संसद की इमारत का उद्घाटन करने वाले हैं फिर क्या था सियासत भी जोरों पर है। दरअसल पीएम मोदी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करने जा रहे हैं। इस पर कांग्रेस समेत विपक्ष अब हमलावर है। कांग्रेस ने तो मांग तक रख दी है कि इस नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री के हाथों के वजाय, राष्ट्रपति के हाथों होना चाहिए। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई थी, जिसे शुक्रवार को कोर्ट ने खारिज कर दिया और साथ ही याचिकाकर्ता को फटकारते हुए कहा कि ऐसी याचिका से आप पर जुर्माना भी लग सकता है।