इंडिया न्यूज, वाराणसी:
Akhand Bharat Mata Temple In Varanasi देश के विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों की पत्नियों ने मंगलवार को काशी का भ्रमण किया। काशी विद्यापीठ रोड स्थित अखंड भारत माता मंदिर देख मुख्यमंत्रियों की पत्नियां भाव विभोर हो गईं और उनके मुख से सहज भाव से निकल पड़ा कि देश का अखंड भारत का सपना पूरा हो।
मुख्यमंत्रियों की पत्नियों ने मंदिर परिसर का भ्रमण किया। इस दौरान उनके साथ आए गाइड ने उन्हें मंदिर के इतिहास के बारे में विस्तृत से जानकारी दी । बताया कि भारत मां के इस मंदिर के निर्माण के पीछे बाबू शिवप्रसाद गुप्त का उद्देश्य था कि ये एक ऐसी जगह होगी जहां अपने वतन से प्रेम करने वाले लोग किसी भी जाती धर्म या संप्रदाय का हो वो आसानी से बिना किसी रोक – टोक के यहां आ सकें और स्वतंत्रता आन्दोलन को मजबूत किया जा सके।
इस अनोखे मंदिर के निर्माण में 30 मजदूर और 25 राजमिस्त्री ने मिलकर किया जिनके नाम आज भी मंदिर के दिवार पर उकरे हुए है। इस मंदिर के मध्य में मकराना संगमरमर पर अफगानिस्तान, बलूचिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, बर्मा (अब म्यामांर) और सेलोन (अब श्रीलंका) समेत अविभाजित भारत का एक मानचित्र है।
मानचित्र की खासियत यह है कि इसमें करीब 450 पर्वत श्रृंखलाओं और चोटियों, मैदानों, जलाशयों, नदियों, महासागरों और पठारों समेत कई भौगोलिक ढांचों का बारीकी से नक्शा बनाया गया है और यहां मंदिर के नीचे ऐसी भी एक जगह है जहां से इस मानचित्र पर उकेरी गयी पर्वत श्रंखला और नदियां सभी को आसनी से देखा और महसूस किया जा सकता है।