India News UP ( इंडिया न्यूज ), Ayodhya Rape Case: अयोध्या गैंगरेप का मामला जबसे संज्ञान में आया है, तब से भाजपा और सपा के बीच सियासी जंग छिड़ गई है। दोनों पार्टियां एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप कर रहीं है। भाजपा नेता और यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने जहां एक ओर सपा पर आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है, वहीं सपा नेताओं ने राजनीतिक मंसा को उजागर करने के लिए नार्को टेस्ट की मांग की है। इसी जुबानी जंग के बीच सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने अदालत से मामले में संज्ञान लेते हुए पीड़िता की सुरक्षा को सुनिश्चित करने की आग्रह किया है।
रविवार को अखिलेश यादव ने कहा कि माननीय अदालत से अनुरोध है कि मामले को संज्ञान ले और मामले की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए अपनी देखरेख में पीड़िता को हर संभव सुरक्षा सुनिश्चित करे। यादव ने पीड़िता के इलाज के लिए सरकार से हरसंभव व्यवस्था करने की बात कही। साथ ही कहा कि बलात्कार पीड़िता के लिए सरकार को सर्वोत्तम चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध करानी चाहिए। लड़की की जीवन रक्षा सराकर की जिम्मेदारी है। भाजपा पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसी घटनाओं का राजनीतिकरण करने दुर्भावना और लोगों की साजिश कभी भी सफल नहीं होनी चाहिए।
यह बयान अखिलेश यादव ने केशव प्रसाद मौर्य के बयान के बाद दिया है. मौर्य ने कहा था कि बलात्कारियों को बचाना सपा का जन्मजात स्वभाव है। अगर बलात्कारी मुसलमान हो तो पूरा सैफई परिवार बचाने में लग जाता है। साथ ही उन्होंने सपा के सफाया होने की बात भी कही।
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माामले में अखिलेश यादव के चाचा और सपा के नेता शिवपाल यादव ने मौर्य को जवाब दिया है। पवन पांडे की नार्को टेस्ट की मांग का समर्थन करते हुए शिवपाल ने कहा की मैं अयोध्या की घटना की कड़ी निंदा करता हूं। साथ ही कहा कि केशव प्रसाद मौर्य का भी नार्को टेस्ट होना चाहिए जिससे साफ हो सके कि संवेदनशील मुद्दे पर सस्ती राजनीति कौन कर रहा है। एक दिन पहले भी शिवपाल यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए पीड़िता और आरोपी का नार्को टेस्ट की मांग की थी। साथ ही कहा कि भाजपा मुद्दे का रजनीतिकरण इसलिए कर रही है क्योंकि विधानसभा उपचुनाव नजदीक आ रहे हैं। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं से मैं कहना चाहता हूं कि वे सतर्क रहें।