Budget 2023: (Targeting the government regarding the budget, Mayawati said that this year’s budget is no different from last year’s budget.): मायावती ने बजट को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस साल का बजट पिछले साल के बजट से कोई अलग नहीं है। मिडिल क्लास धीरे – धीरे लोवर मिडिल क्लास बनता जा रहा है।
मायावती ने कहा कि सरकार की संकीर्ण नीतियों व गलत सोच का सर्वाधिक दुष्प्रभाव उन करोड़ों गरीबों किसानों व अन्य मेहनतकश लोगों के जीवन पर पड़ता है। भारत से जुड़े ग्रामीण क्षेत्र असली भारत कहलाते हैं। सरकार उनके आत्म-सम्मान व आत्मनिर्भरता पर ध्यान दे ताकि आमजन की जेब भरे व देश विकसित हो।
मायावती ने आगे कहा कि केन्द्र जब भी योजना लाभार्थियों के आँकड़ों की बात करे तो उसे जरूर याद रखना चाहिए कि भारत लगभग 130 करोड़ गरीबों, मजदूरों, वंचितों, किसानों आदि का विशाल देश है। जो अपने अमृतकाल को तरस रहे हैं। उनके लिए बातें ज्यादा हैं। बजट पार्टी से ज्यादा देश के लिए हो तो बेहतर।
देश में पहले की तरह पिछले 9 वर्षों में भी केन्द्र सरकार के बजट आते-जाते रहे है। जिसमें घोषणाओं, वादों, दावों व उम्मीदों की बरसात की जाती रही, किन्तु वे सब बेमानी हो गए जब भारत का मिडिल क्लास महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी आदि की मार के कारण लोवर मिडिल क्लास बन गया। ये हमारे लिए अति-दुखद है।
मायावती ने कहा कि इस वर्ष का बजट पिछले बजटों से बहुत ज्यादा अलग नहीं है। पिछले साल की कमियाँ कोई सरकार नहीं बताती और नए वादों की फिर से झड़ी लगा देती है। आगे कहा कि इतना बजट पास होने के बाद भी जमीनी हकीकत में 100 करोड़ से अधिक जनता का जीवन पहले कि तरह ही दाव पर लगा रहता है। लोग उम्मीदों के सहारे जीते हैं, लेकिन सरकार झूठी उम्मीदें दिलाती है।