इंडिया न्यूज, लखनऊ: Congress Politics In UP यूपी विधान सभा चुनाव 2022 में कांग्रेस को महज दो सीट मिली है। वहीं सपा बेहद चर्चा में रहने के बावजूद सरकार बनाने लायक सीट हासिल नहीं हो सकी। राजनीतिक समीक्षकों का कहना है कि मुस्लिम समाज ने एकजुट होकर सपा के पक्ष में मतदान किया था। इस नतीजे से कांग्रेस खुश है और सपा की विफलता को 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए अपने लिए उम्मीद के तौर पर देख रही है।
कांग्रेस के शीर्ष नेताओं का मानना है कि कि भाजपा के खिलाफ लामबंद हुए मुस्लिम और अन्य मतदाता लोक सभा चुनाव में कांग्रेस को विकल्प के तौर पर आजमाएंगे। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के कारणों की समीक्षा के लिए मंगलवार को नई दिल्ली में प्रियंका गांधी वाड्रा की अध्यक्षता में हुई बैठक में पार्टी की इसी धारणा के आधार पर लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति तय करने पर सहमति बनी है।
उप्र के ज्यादातर कांग्रेस पदाधिकारियों ने यह दलील दी कि चुनाव में ध्रुवीकरण के कारण मुकाबला भाजपा-सपा के बीच केंद्रित हो गया। ध्रुवीकरण के कारण महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर भाजपा से नाराज मतदाताओं को कांग्रेस विकल्प के तौर पर भले ही न दिखी हो, लेकिन सपा के पीछे पूरी ताकत झोंकने वाले मतदाताओं का यह वर्ग लोकसभा चुनाव में स्वाभाविक तौर पर कांग्रेस की ओर मुड़ेगा।