जमीअत उलेमा हिंद (Jamiat Ulema-e-Hind) के अधिवेशन में धर्मगुरु (Dharm) मौलाना अरशद मदनी ने भारत में इस्लाम धर्म की उत्पत्ति को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है। उन्होंने कहा कि भारत में 14 सौ वर्ष से मुसलमान रह रहा है। आगे कहा की जब बड़े-बड़े धर्मगुरुओं से पूछा “जब संसार में कोई नहीं था ना शिव थे, ना श्री राम थे, ना ब्रह्मा थे, कोई नहीं था” तो सवाल पैदा होता है कि मनु किसको पूजते थे? जवाब में खुद कहा कि कोई कहता है शिव को पूजते थे लेकिन उनके पास इस बात का इल्म नहीं है। मौलाना अरशद मदनी ने आगे कहा कि “यह बहुत कम लोग बताते हैं कि जब संसार में कुछ नहीं था। तब मनु ओम को पूजते थे। फिर मैंने पूछा ओम कौन है? बहुत से लोगों ने कहा ओम एक हवा है जिसका कोई रूप नहीं है ना कोई रंग है। ओम दुनिया में हर जगह है।”
मौलाना अरशद मदनी ने आगे कहा कि हमने लोगों से पूछा तो लोगो ने कहा कि ओम ने ही आसमान बनाया, ओम ने ही जमीन बनाई। इसके बाद मौलाना अरशद मदनी ने कहा जिसे तुम लोग ओम कहते हो उसे हम अल्लाह कहते हैं। फारसी में खुदा कहते हैं अंग्रेजी में गॉड कहते हैं । इसका मतलब मनु यानी एक एक अल्लाह, मनु यानी एक आदम, मनु यानी एक ओम् इसलिए जी हिंदुस्तान जितना तुम्हारा है इतना ही हमारा भी है।
मौलाना असद मदनी बयान देते हुए यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि तुम्हारे परदादा हिन्दू नहीं बल्कि मनु थे। जिन्हें आदम कहा जाता है। मुसलमान 14 सौ साल से भारत में रह रहा है। जो देश को तोड़ने की बात करते हैं। जनता उन्हें सिरे से नकार देगी।