इंडिया न्यूज यूपी/यूके, लखनऊ: उत्तर प्रदेश में हिंदी में भी मेडिकल और इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम पढ़ाना शुरू होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर एलान किया है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री व उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रदेश सरकार यूपी में मेडिकल व इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में शुरू करवा रही है। इसके लिए कुछ किताबों को हिंदी में प्रिंट करवा दिया गया है और इसके लिए गठित कमेटी लगातार काम कर रही है।
Uttar Pradesh to begin teaching Medical & Engineering courses in Hindi as well, tweets CM Yogi Adiyanath pic.twitter.com/2Jan8YAG8i
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 20, 2022
केंद्र सरकार की नीति के तहत लिया गया फैसला
बता दें कि केंद्र सरकार ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत भारतीय भाषाओं में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई का फैसला किया है। इसके लिए तीन पुस्तकों का हिंदी में अनुवाद कराया गया है, जिसका विमोचन गृहमंत्री अमित शाह आज यानी 16 अक्टूबर को भोपाल में करेंगे। मेडिकल और इंजीनियरिंग की हिंदी भाषा में पढ़ाई को लेकर तमाम तरह की शंकाएं भी हैं।
हिन्दी में पढ़ाई करने से कितना फायदा
दरअसल, देश में अभी तक मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई अंग्रेजी में ही होती रही है। ऐसे में जब मेडिकल और इंजीनियरिंग की पुस्तकें हिंदी में उपलब्ध होंगी तो कितने छात्र या छात्राएं इसे पढ़ने के लिए तैयार होंगे। इसके अलावा हिंदी माध्यम से पढ़कर निकले डॉक्टर और इंजीनियर का भविष्य क्या होगा?