Lucknow
इंडिया न्यूज यूपी/यूके, लखनऊ: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ दौरे के दौरान कहा कि एक समय था जब पुराने शहर के लोगों का ज्यादातर समय जाम से जूझने में निकल जाता था। अब यहां तीन नए फ्लाईओवर बनने से लोगों का समय तो बच ही रहा है, रोजाना करीब 200 रुपये के ईंधन की भी बचत हो रही है। ऐसा ईमानदारी से कराए विकास से ही संभव हुआ।
‘फ्लाईओवर बनने से लोगों का समय बच रहा’
रक्षामंत्री ने पूछा कि आप खुद बताएं कि फ्लाईओवर बनने से कितना समय बच रहा है। लोगों ने बताया कि पहले एक घंटे जाम में फंसकर बर्बाद होते थे, अब 15 मिनट में पहुंच जाते हैं। रक्षामंत्री ने कहा कि ऐसे सात ओवरब्रिज लखनऊ में बन रहे हैं, इनसे आने वाले समय में और सुविधा हो जाएगी।
‘104 किमी लंबी आउटर रिंगरोड काम जल्द होगा पूरा’
वहीं 104 किमी लंबी आउटर रिंगरोड का काम भी जल्दी ही पूरा हो जाएगा। इसका 75 फीसदी काम पूरा हो चुका है। इससे शहर के ट्रैफिक पर बाहर से आने वाले भारी वाहनों का बोझ कम हो जाएगा। एयरपोर्ट के लिए भी अंतरराष्ट्रीय फ्लाइटों की क्षमता बढ़ाने के लिए हाल ही में 1300 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत हुआ है।
सुदर्शनपुरी में स्थानीय लोगों की मांग थी कि एक कम्युनिटी हॉल यहां बने। इसे निजी कंपनी से सीएसआर फंड से बनवाया जाएगा। हैदर कैनाल पर फ्लाईओवर बनवाने की मांग की गई जोकि मोहान रोड से राजाजीपुरम होते हुए 1090 चौराहा तक प्रस्तावित है।
रक्षामंत्री ने खाया लंगर
देर शाम रक्षामंत्री उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक संग याहियागंज गुरुद्वारा पहुंचे और लंगर चखा। उन्होंने इससे पहले अमर शहीद बाबा दीप सिंह के शहीदी दिवस पर मत्था भी टेका। वहीं बाबा बुद्धेश्वर धाम प्रचार प्रसार समिति के लोग आलमनगर स्टेशन का नाम परिवर्तित कर बाबा बुद्धेश्वर धाम किए जाने का पत्र रक्षामंत्री को देकर अपनी मांग दोहराएंगे।
चंडीगढ़ विश्वविद्यालय का एक कैंपस लखनऊ में लाना चाहता था, लेकिन इसके लिए जरूरी करीब चार एकड़ जमीन लखनऊ में नहीं मिल सकी। उन्नाव में जमीन उपलब्ध हुई है तो वहां अब यह कैंपस खुलेगा। इसका फायदा उन्नाव के साथ लखनऊ के युवाओं को भी मिलेगा।
होटल कारोबारियों संग अपराधी जैसा व्यवहार क्यों
होटल लेवाना सुइट्स में अग्निकांड के बाद शुरू हुई कार्रवाई के विरोध में उद्योग व्यापार मंडल का एक प्रतिनिधिमंडल सांसद राजनाथ सिंह से मिला। प्रदेश अध्यक्ष मुकुंद मिश्रा की अगुआई में प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि यह घटना आपदा है कोई सुनियोजित षणयंत्र नहीं।
इसके बाद भी होटल कारोबारियों से अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। होटल मालिक तीन महीने से जेल में बंद हैं। होटल तोड़ने का आदेश एलडीए जारी कर रहा है। इससे दूसरे होटल कारोबारियों में भी दहशत का माहौल है।