Mainpuri By-election 2022
इंडिया न्यूज यूपी/यूके, मैनपुरी: उपचुनाव में शिवपाल यादव की भूमिका अहम है। इस बात को अखिलेश यादव भी समझ रहे हैं। इसी बीच गुरुवार को अखिलेश यादव अपने चाचा शिवपाल यादव से मिलने पहुंचे। चाचा को मनाने की कवायद तेज हो गई है। सैफई में हुई इस मुलाकात के बाद डिंपल यादव भी उनके साथ मौजूद रहीं। बता दें कि मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी की सीट खाली हुई थी।
सपा की स्टार प्रचारक की सूची में शिवपाल यादव का नाम
इस सीट पर सपा ने डिंपल यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं बीजेपी रघुराज शाक्य को यहां से मैदान में उतारा है। बता दें इससे पहले सपा ने मैनपुरी में स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की थी। इस लिस्ट में शिवपाल यादव का भी नाम शामिल है। इस लिस्ट में अखिलेश यादव, आजम खान, जया बच्चन समेत 40 नेताओं के नाम शामिल हैं।
नामांकन में नहीं दिखे थे चाचा शिवपाल
इससे पहले शिवपाल यादव ने बुधवार को सैफई में प्रसपा के कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से मैनपुरी में डिंपल का समर्थन करने के लिए कहा था। बीती सोमवार को डिंपल यादव ने नामांकन पत्र दाखिल किया था। इस दौरान उनके साथ अखिलेश यादव मौजूद थे लेकिन चाचा शिवपाल नहीं दिखाई पड़े थे।
शिवपाल के रुख बदलने के दो बड़े कारण
मैनपुरी, इटावा, एटा में यादवों का दबदबा है। यहां सभी फैसले यादवों की पंचायत में होते हैं। अगर शिवपाल भाजपा उम्मीदवार का समर्थन करते तो उनकी बिरादरी में इज्जत घट जाती।
मैनपुरी में यादव मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं। इनकी तादात साढ़े तीन लाख है। जबकि शाक्य एक लाख 60 हजार हैं। यदि यादव-मुस्लिम वोट डिंपल को मिल जाएं तो उनकी जीत एकतरफा हो सकती है। ऐसे में शिवपाल अपनी भद नहीं पिटवाना चाहते थे।