इंडिया न्यूज, देहरादून।
Meeting of Congress before Counting : मतगणना से पूर्व कांग्रेस की बैठक में रणनीतिक कवच तैयार किया गया। एआईसीसी की ओर से विशेष पर्यवेक्षक बनाकर भेजे गए सांसद एवं कांग्रेस चुनाव समिति (सीईसी) सदस्य दिपेंद्र हुड्डा, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री एमबी पाटिल की अगुवाई में जहां मतगणना के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों को लेकर चर्चा की गई तो वहीं, भाजपा के प्लान-बी को फेल करने के लिए रणनीति तैयार की गई। (Meeting of Congress before Counting)
मतगणना से पहले भाजपा नेताओं की सक्रियता और विशेषकर राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की उत्तराखंड में उपस्थिति ने कांग्रेस नेताओं की बेचैनी बढ़ा दी है। पार्टी की ओर से अंदेशा जताया जा रहा कि दस मार्च को यदि कांग्रेस को पूर्ण बहुमत नहीं मिलता है और पार्टी 36 के जादुई आंकड़े के आसपास पहुंचती है तो भाजपा खरीद-फरोख्त की राजनीति को अंजाम दे सकती है।
वर्ष 2016 की घटना से भी पार्टी इस बार ज्यादा सतर्क है। ऐसी घटना दोहराई न जाए, इसके लिए कांग्रेस पहले कवच तैयार कर लेना चाहती है। राजपुर रोड स्थित एक होटल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बंद कमरे में मैराथन बैठकों का दौर चला। एआईसीसी की ओर से विशेष पर्यवेक्षक बनाकर भेजे गए सांसद एवं सीईसी सदस्य दिपेंद्र हुड्डा, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री एमबी पाटिल ने स्थानीय नेताओं से चर्चा की। बैठक में चुनिंदा नेताओं को ही बुलाया गया था। (Meeting of Congress before Counting)
इनमें वरिष्ठ पर्यवेक्षक मोहन प्रकाश, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, सह प्रभारी दीपिका पांडे सिंह, कुलदीप इंदौरा, राजेश धर्माणी, स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन अविनाश पांडे, सदस्य अजय राठौर, अजय कुमार, जरिता लेफ्टलांग और एआईसीसी की ओर से नियुक्त किए गए पांचों लोकसभा क्षेत्रों के पर्यवेक्षक मौजूद रहे।
बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि दस मार्च को होने वाली मतगणना से पहले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का आना और आपस में चर्चा करना एक सामान्य बात है। इस चर्चा में विशेषकर पोस्टल बैलेट से संबंधित मुद्दों पर बातचीत की गई। (Meeting of Congress before Counting)
इसके अलावा भाजपा का आठ-दस दिन पहले से ही ऐसे लोगों को उत्तराखंड भेजना, जो पूर्व में भी सरकारों को अस्थिर करने का काम करते रहे हैं, उसके मद्देनजर अपने लोगों को सचेत करना, अपने लोगों की सुरक्षा करना भी हमारा नैतिक कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि वह मीडिया को भी धन्यवाद देना चाहते हैं, जिसने हमारे संज्ञान में लाया कि भाजपा प्लान-ए के साथ प्लान-बी पर भी काम कर रही है, लेकिन हम भाजपा के प्लान बी की काट के लिए तैयार हैं।
(Meeting of Congress before Counting)