India News (इंडिया न्यूज), New Parliament Building: नई संसद भवन की बिल्ंडि को लेकर देश भर में हंगामा बरपा हुआ है। ऐसे में कुछ ही विपक्षी दल इस कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे है। अब ओपी राजभर की भी प्रतिक्रिया सामने आई है, उधर कुछ विपक्ष की पार्टियों ने इस कार्यक्रम में जाने का बहिष्कार किया है। दरअसल कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर के कहा था कि नई संसद भवन का उद्घाटन पीएम मोदी नहीं बल्कि देश की राष्ट्रपति को करना चाहिए। इस बयान के बाद देश के विपक्षी दलों ने अपनी मांगो को रखना शुरू कर दिया है।
इस कड़ी में अब ओपी राजभर की प्रतिक्रिया सामने आई है। राजभर ने कहा कि विपक्ष का कैसा दलित प्रेम अचानक जग गया है। उन्होंने विपक्ष पर ही निशाना साधते हुए कहा कि जब राष्ट्रपति का चुनाव हो रहा था तब विपक्ष के लोग एकजुट होकर द्रौपदी मुर्मू जी का विरोध कर रहे थे और को वोट नहीं दिये। मैंने उनको वोट दिया था तो यही लोग मेरे ऊपर यही लोग आरोप लगाते थे। अब अचनाक कहां से दलित प्रेम उमड़ आया।
ओपी राजभर ने कहा कि देश के जब दलित को राष्ट्रपति बनाने की बात थी तो मैंने समर्थन किया था। उस वक्त प्रत्याशी खड़ा कर सामान्य वर्ग दिखाई दे रहा था आज दलित प्रेम उछड़ा है। राजभर ने कहा कि विपक्ष अगर एकजुट हो जाए तो सत्ता में वापसी कर सकता है। उन्होंने कहा कि खुद एकजुट हों तब आगे लड़ाई लड़ें। राजभर ने विपक्ष पर दो टूक प्रहार करते हुए कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा नए संसद का उद्घाटन नहीं कराए जाने को लेकर बहिष्कार अनुचित है।
उल्लेखनीय है कि आगामी 28 मई को नई संसद भवन का उद्घाटन होने जा रहा है। इस भवन का उद्घाटन स्वयं पीएम मोदी करेंगे। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सभी को न्योता भेजा गया है। वहीं कुछ विपक्ष की पार्टियों ने कहा कि वो इस निमंत्रण का स्वागत करते है तो वहीं कुछ का कहना है कि पीएम मोदी के स्थान पर देश की राष्ट्रपति को इसका उद्घाटन करना चाहिए।
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