India News(इंडिया न्यूज़), देहरादून “Paper Leak Case”:उत्तराखंड में भर्ती परीक्षाओं और विवादों का गहरा नाता रहा है अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से शुरू हुआ भर्ती परीक्षा धांधली का मामला उत्तराखंड लोक सेवा आयोग तक जा पहुंचा। अधीनस्थ चयन सेवा आयोग के अध्यक्ष के स्थिति के बाद अब लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष राकेश कुमार ने अपने पद से व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे के बाद प्रदेश की भर्ती परीक्षा में हुई धांधली पर बड़े नामों को बचाने का सवाल फिर से खड़ा हो गया है।
दरअसल लोक सेवा आयोग में भी पटवारी की भर्ती परीक्षा में धांधली सामने आने के बाद कई बड़े खुलासे हुए। जिसमें इस बात का भी जिक्र किया गया कि पूर्व में हुई जेई की परीक्षा में भी लोक सेवा आयोग से पेपर लीक कराया गया था। इस मामले में लोगों की गिरफ्तारी भी हुई थी जिसमें लोक सेवा आयोग का एक पूर्व कर्मचारी मुख्य आरोपी था। लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष पद से डॉ राकेश कुमार के इस्तीफे के बाद बेरोजगार संघ के अध्यक्ष ने अपनी जीत बताया है।
बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पवार ने कहा है कि लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष ने अपनी जिम्मेदारी संभालते हुए सरकार के आदेश के अनुसार परीक्षाओं में पेपर लीक की जानकारी होने के बाद भी परीक्षाएं करवाई। लेकिन जब सरकार का दबाव ज्यादा आने लगा तो राकेश कुमार ने दबाव के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया। बॉबी पवार का कहना है कि अब लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष के इस्तीफे के बाद आयोग के सभी कर्मचारियों को उनके पद से हटाकर सभी की जांच की जानी चाहिए। जिसके बाद उम्मीद है कि कई सफेदपोश नेताओं के नाम धांधली में सामने आएंगे।
मामले को लेकर कांग्रेस ने भी डॉ राकेश कुमार के इस्तीफे पर सवाल उठाया है। कांग्रेस की प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि डॉ राकेश कुमार का इस्तीफा इस बात का प्रमाण है कि लोक सेवा आयोग की भर्ती परीक्षाओं में धारण धांधली बड़े पैमाने पर की जा रही है। पहले अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष का इस्तीफा और अब लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष ने भी अपने पद से इस्तीफा देने का मतलब है कि आयोगों की परीक्षाओं में सब कुछ सही नहीं चल रहा है।
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