इंडिया न्यूज यूपी/यूके, प्रयागराज: यूपी के पूर्व मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने अपने विधानसभा क्षेत्र में पहुंच कर लोगों की समस्या का बारे में जानकारी ली। इस दौरान क्षेत्र के लोगों को कई सारी समस्याओं से अवगत कराया। कई लोगों ने अस्पताल की अव्यवस्था की उनसे शिकायत की। कहा कि दवा वितरण व अन्य व्यवस्थाएं ठीक नहीं मिल रही हैं। क्षेत्र के संदर्भ में भी जानकारी दी कि मच्छरों को मारने के लिए जिस दवा का छिड़काव हो रहा है वह भी मानक के अनुरूप नहीं है।
तमाम ऐसे क्षेत्र भी हैं जहां छिड़काव नहीं हो रहा। कई मोहल्लों में पानी निकासी की भी व्यवस्था नहीं है। सूचना देने के बावजूद भी विभाग के लोग झांकने नहीं आ रहे हैं। इसको लेकर पूर्व मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने सीडीओ, नगर आयुक्त और सीएमओ को फोन कर जनमानस की समस्याओं से अवगत कराया। कहा कि समस्या का समाधान किया जाए। अस्पताल की व्यवस्था को सुधारने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं। गांव और शहर में गली, मोहल्लों, बाजारों में दवा का छिड़काव युद्ध स्तर पर कराएं। पानी की निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
कंट्रोल रूम को 24 घंटा सक्रिय रखने के निर्देश
उन्होंने कहा कि जनपद मुख्यालय पर बनाए गए कंट्रोल रूम को 24 घंटा सक्रिय रखें। सूचना आने पर तत्काल विभाग एक्शन पर आए। जो भी अधिकारी, कर्मचारी और इंस्पेक्टर निचले स्तर पर लगाए गए हैं, उनके कार्यों की निगरानी अवश्य हो। कहां-कहां पर दवा का छिड़काव हुआ है और कहां-कहां पर पानी निकासी की समस्या से निदान किया गया है। यह प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराएं। ऐसा न होने पर लापरवाह अधिकारी एवं कर्मचारी बख्शे नहीं जाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं सिद्धार्थ नाथ सिंह
उत्तर प्रदेश सरकार में सिद्धार्थ नाथ सिंह स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम का प्रदेश स्तर पर पहली बार व्यापक जनजागरण एवं जागरूकता तथा स्वच्छता कार्यक्रम का शुभारंभ किया था। उन्होंने अफसरों से कहा कि संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम की निगरानी और अनुपालन कठोरता से सुनिश्चित कराएं। संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम की जागरूकता व जनजागरण से डेंगू जैसी बीमारी पर काबू पाया जा सकता है। सरकार के निर्देशों का अनुपालन करें और कराएं।
प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों विशेष निगरानी की जरूरत
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में विशेष निगरानी होनी चाहिए। खून जांच और इलाज की फीस में नियंत्रण होना चाहिए। प्लेटलेट व खून की जांच होने के बाद ही रोगियों को चढ़ाया जाना चाहिए। कुछ अस्पतालों में बिना जांच के ही मरीजों को प्लेटलेट्स दी जा रही है, जो गलत है। उन्होंने प्रयागराज के लोगों से अपील किया कि वैश्विक कोरोना महामारी जैसी बीमारियों को नियंत्रण करने में सफलता पाई थी। वैसे ही डेंगू व मलेरिया जैसी बीमारियों का संचारी रोग नियंत्रण करने में सहयोग प्रदान करें।