Ramcharitmanas Controversy: (CM Yogi will tell the meaning of that couplet of “Ramcharitmanas”, on which Swami Prasad Maurya has raised questions): जिन लोगों का यूपी के विकास में कोई योगदान नहीं है वह इस मुद्दे को जानबूझकर उठा रहे हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने रामचरितमानस विवाद पर एक बार फिर बयान दिया है। सीएम ने रामचरितमानस के उस दोहे पर बयान दिया है, जिस पर पिछले कुछ दिनों से सवाल खड़े किए जा रहे हैं। जब उनसे इसकी व्याख्या से जुड़ा सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ” मुझे इसकी व्याख्या जिस मंच पर करनी पड़ेगी मैं करूंगा।”
जब सीएम योगी से रामचरितमानस के उस दोहे में ‘शूद्र’ वाले एंगल पर सवाल खड़े करने पर, सीएम से पूछा गया की क्या आप इसकी व्याख्या कर सकते हैं? तब सीएम योगी ने कहा, “मुझे इसकी व्याख्या जिस मंच पर करनी पड़ेगी मैं करूंगा। लेकिन मैं कह सकता हूं प्रदेशवासियों का विकास और निवेश जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए उस पार्टी की शरारत का हिस्सा है, जिसके एजेंडे में कभी विकास था ही नहीं ।”
सीएम योगी ने कहा, “सपा के एजेंडे में कभी निवेश नहीं था। उनके कारण यूपी और यहां के लोगों के लिए पहचान का एक संकट खड़ा हुआ था।” हालांकि सीएम योगी ने इससे पहले भी रामचरितमानस विवाद पर बयान दिया था। तब उन्होंने कहा था, “सरकार ने जो विकास किया है उस मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ‘रामचरितमानस’ का मुद्दा उठाया जा रहा है। जिन लोगों का यूपी के विकास में कोई योगदान नहीं है वह इस मुद्दे को जानबूझकर उठा रहे हैं।”
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सीएम योगी ने तंज कस्ते हुए कहा कि, उन्होंने कहा था, “उनकी पहचान का संकट बना हुआ है। इसीलिए अब अपनी पहचान बनने के लिए रामचरितमानस का मुद्दा उठा रहे हैं।” सीएम योगी ने अखिलेश यादव के ‘शूद्र’ वाले सवाल पर कहा था, “जब उन्हें मेरे जवाब की जरूरत होगी तब मै मैं उन्हें जवाब दूंगा। जवाब उन्हें देना चाहिए जो जवाब को समझ सकें।” सीएम ने आगे कहा कि “अराजकता पैदा करने वालों को क्या जवाब दिया जाए।” आपको बता दे पिछले कुछ दिनों से ‘रामचरितमानस’ को लेकर विवाद बहुत बाद गया है। और कुछ लोग इस मुड़े पर सवाल उठा कर खुद को जनता के नजर में जिन्दा रखना चाहते है।