इंडिया न्यूज, वाराणसी।
Solver Gang was Running Government Employees : पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिए गए अभियुक्त नीलेश उर्फ पीके से पूछताछ के दौरान उसके वाराणसी से संबंधित सहयोगियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली। इस क्रम में वाराणसी से संचालित नए गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। यह गिरोह विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सेंधमारी कर अभ्यर्थियों को पास कराने का ठेका लेता था, जिसका नेटवर्क प्रदेश के कई जनपदों से लेकर दिल्ली तक है। इस गिरोह के सरगना समेत दो को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों के खिलाफ सारनाथ में मुकदमा दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार सरगना मिर्जापुर कन्हैयालाल सिंह है। उसका साथी सुसुवाही निवासी क्रांति कौशल गिरफ्तार किया गया है। वह पुत्र मूलतः चंदौली के बबुरी के नरहरपुर का निवासी है। दोनों को सिंहपुर बाईपास के पास से सफारी वाहन के साथ गिरफ्तार किया गया। कन्हैयालाल सिंह चंदौली में लघु सिंचाई विभाग में बोरिंग टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत है, जबकि क्रांति कौशल सुंदरपुर चितईपुर में साइबर कैफे चलाता है। गिरफ्तार अभियुक्तगण नीट परीक्षा से संबंधित सरगना नीलेश और पीके से करीब पांच साल से लगातार संपर्क में थे।
साथ ही साथ उत्तर प्रदेश की विभिन्न नौकरियों की परीक्षाओं सहायक शिक्षक, यूपीटेट, यूपीएसआई, एएनएम चिकित्सा विभाग, एसएससी व अन्य कई परीक्षाओं के अभ्यर्थियों को सॉल्वरों के माध्यम से पास कराने के लिए दिल्ली, लखनऊ एवं कानपुर के अपने अलग साथियों के साथ एक समानांतर गैंग चला रहा था। गिरफ्तार किए गए दोनों के कब्जे से 5 महिला अभ्यर्थियों के ओरिजिनल अंक पत्र, प्रमाणपत्र आदि एवं फर्जी आधार कार्ड तथा बड़ी संख्या में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड बरामद हुए हैं।
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