India News (इंडिया न्यूज़), Swami Prasad Maurya: जब आज तक भारत हिंदू राष्ट्र नहीं था, तो अब भी हिंदू राष्ट्र नहीं हो सकता, क्योंकि हमारा भारतीय संविधान धर्मनिरपेक्ष विचारधारा पर आधारित है।
#WATCH | Raebareli, UP | Samajwadi Party leader Swami Prasad Maurya says "…When India was not a Hindu Rashtra till date, then it cannot be a Hindu Rashtra now, because our Indian constitution is based on secular ideology. We consider brotherhood among Hindus, Muslims, Sikhs and… pic.twitter.com/OaV8cPOumo
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 25, 2023
लंबी गुलामी के बाद आजादी मिली है
सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य शुक्रवार को अपने बरेली दौरे पर थे। जहां उन्होंने जातीय जनगणना विषयक विचार गोष्ठी में भाग लिया और मीडिया से मुलाकात की थी। स्वामी प्रसाद मौर्य ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सब हिंदू राष्ट्र की बात करेंगे तो कोई क्यों खालिस्तान की मांग नहीं कर सकता। इस तरह से धर्म के नाम पर कोई बांटने की बात दोहरा नहीं सकता। हमें लंबी गुलामी के बाद आजादी मिली है, इसलिए देश को बांटने वालों की साजिश से सावधान रहना होगा। वहीं, जूता कांड मामले में राजभर के बयान पर तंज कसते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जब घटना करने वाले ने खुद को भाजपा का कार्यकर्ता बता दिया है तो कौन क्या कह रहा है, इस पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत नहीं है।
स्वामी प्रसाद मौर्य कहते हैं कि सत्ता में आने से पहले जातीय जनगणना की बड़ी बात और वादे किए जाते हैं, लेकिन जैसे ही सत्ता की कुर्सी हाथ में आती है तो सारे वादों से मुकर जाते हैं। वहीं भाजपा को लेकर कहा की डबल इंजन सरकार ने जातीय जनगणना की परंपरा को खत्म कर दिया है। यही वजह है कि पिछड़ों को राहत नहीं मिल पाती है। सपा सत्ता में आई तो जातीय जनगणना कराई जाएगी।
यूपी के रायबरेली जिले में समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य कहते हैं, “…जब आज तक भारत हिंदू राष्ट्र नहीं था, तो अब भी हिंदू राष्ट्र नहीं हो सकता, क्योंकि हमारा भारतीय संविधान धर्मनिरपेक्ष विचारधारा पर आधारित है। हम हिंदू, मुस्लिम, सिख और सभी के बीच भाईचारा मानते हैं।” ईसाई एक संस्कृति के रूप में हैं और इसे स्वीकार भी करते हैं…मैं सनातन धर्म में विश्वास करता हूं क्योंकि सनातन धर्म भगवान बुद्ध द्वारा दी गई शिक्षा है। अगर कोई सनातन धर्म में विश्वास करता है तो मैं उसके खिलाफ नहीं हूं, मैं उसका बहुत सम्मान करता हूं।”