प्रयागराज: प्रयागराज में हुई घटना ने यहां की कानून व्यवस्था पर दाग लगा दिया है। बीएसपी विधायक राजू पाल की हत्या के गवाह उमेश पाल पर हुए जानलेवा हमले ने पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़ा कर दिया है। ये मुद्दा आज विधानसभा में भी गूंजा। विपक्ष ने सरकार से तमाम सवाल कानून व्यवस्था को लेकर किया। वहीं इस हत्या में गवाह उमेश पाल की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मी की भी जान चली गई थी। सुरक्षाकर्मी के परिवार के लोगों ने सीएम योगी से न्याय की गुहार लगाई है।
संगम नगरी प्रयागराज में कल बीएसपी विधायक राजू पाल की हत्या के गवाह उमेश पाल पर हुए जानलेवा हमले में शहादत पाने वाले पुलिस कांस्टेबल संदीप निषाद के परिवार में मातम का माहौल है। आजमगढ़ जिले के रहने वाले संदीप की शादी डेढ़ साल पहले ही रीमा के साथ हुई थी। रीमा को अभी सिर्फ संदीप के घायल होने की जानकारी दी गई है। इसके बावजूद उनका रो रो कर बुरा हाल है।
पत्नी बार-बार बेहोश हो जा रही हैं। आजमगढ़ से संदीप के पिता संतराम और बड़े भाई प्रदीप समेत तमाम लोग प्रयागराज आए हुए हैं। लोगों का कहना है कि संदीप बेहद सीधे और मिलनसार स्वभाव के थे। परिवार के इकलौते कमाऊ सदस्य थे। अपने बड़े भाई का परिवार भी वही पालते थे। परिवार के लोगों का कहना है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्हें फांसी पर लटकाया जाना चाहिए। परिवार ने 50 लाख रुपये का मुआवजा और एक सदस्य को नौकरी दिए जाने की मांग की है।
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