इंडिया न्यूज, लखनऊ: यूपी में होने वाले पहले चरण के मतदान से पहले कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण पर निर्वाचन आयोग सख्त होता जा रहा है। निर्वाचन आयोग ने चुनावी रैली के साथ रोड शो पर रोक को 22 जनवरी तक बढ़ा दिया है। पहले चरण का मतदान दस फरवरी को है, इस चरण का नामांकन 21 जनवरी तक होगा। राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को डिजिटल तरीके से प्रचार करना होगा।
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर निर्वाचन आयोग भी सतर्क है। निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश में हर प्रकार की चुनावी रैलियों तथा रोड शो पर लगी रोक को 22 जनवरी तक बढ़ा दिया है। यह रोक पहले 16 जनवरी तक थी। उत्तर प्रदेश में रैलियों तथा रोड शो पर प्रतिबंध लगाने के साथ आयोग ने किसी भी पार्टी की बैठक में भाग लेने वालों की संख्या को 300 तक निर्धारित कर दिया है।
आयोग ने उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर के लगातार तेज होते प्रसार को देखकर रैलियों पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है। इससे पहले निर्वाचन आयोग ने आठ जनवरी को चुनाव तारीखों का ऐलान करते समय 15 जनवरी तक रैलियों पर रोक लगाई थी।
आज हालात की समीक्षा करने के बाद उन्होंने रैलियों पर बैन को एक हफ्ता आगे बढ़ाया है। चुनाव आयोग ने पार्टियों को आदेश दिया है कि वह सभी कोरोना गाइडलाइन्स का पालन करें। आयोग ने राज्य और जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि वे इस बात का ध्यान रखें कि सभी नियमों और आदेशों का पालन हो रहा है।