India News (इंडिया न्यूज), UP ByElections : प्रदेश में दो विधानसाभा सीटों पर उप चुनाव होने जा रहे है। रामपुर की स्वार सीट और मीरजापुर की छानबे सीट पर होने वाले उप चुनाव के लिए आज प्रचार अभियान समाप्त हो गया। इस चुनाव में बीजेपी और सपा दोनों को अपनी साख बचानी है। दरअसल रामपुर की स्वार विधानसभा को सपा का गढ़ माना जाता है। ऐसे में यहां पर सपा अपना गढ़ बचाने मे लगी है तो वहीं बीजेपी सपा के गढ़ में सेंधमारी के लिए लगी है। मीरजापुर की छानबे सीट को अपना दल (एस) का गढ़ माना जाता है। ऐसे में बीजेपी की साथी अपना दल के लिए गढ़ बचाना जरुरी है। हालांकि सपा की कड़ी नजर इस सीट पर है।
दोनों सीटों पर सपा ने अपने प्रत्याशी उतारे हैं तो वहीं बीजेपी की सहयोगी अपना दल (एस) ने प्रत्याशी उतारा है। सपा ने दोनों सीटों पर जमकर प्रचार किया तो वहीं बीजेपी ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। दोनों सीटों पर 10 मई को वोट डाले जाएंगे। जानकारी हो कि दोनों ये उप चुनाव तब हो रहे हैं जब प्रदेश में निकाय चुनाव में चल रहे है। वहीं एक चरण का निकाय चुनाव हो चुका है और दूसरे चरण के लिए 11 मई को वोटिंग प्रस्तावित है।
रामपुर की स्वार सीट पर होने वाले निकाय चुनाव के लिए सपा ने अपने ओर से पूरी कोशिश की है। सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान ने चुनावी अभियान में मोर्चा संभाला तो बीजेपी ने भी इस सीट पर कोई कोर कसर छोड़ने में पीछे नहीं हटी है। बेटे अब्दुल्लाह आजम की सदस्यता रद होने के चलते खाली हुई सीट पर सपा ने अनुराधा चौहान को उम्मीदवार बनाया है। करीब 21 साल बाद पार्टी ने यहां गैर-मुस्लिम उम्मीदवार उतारा है। चूंकि दांव पर आजम का सियासी कद और रसूख है, इसलिए पसीना भी वही बहा रहे हैं। दिसंबर में हुए रामपुर विधानसभा उपचुनाव में तो सपा मुखिया अखिलेश यादव प्रचार के लिए पहुंचे भी थे लेकिन स्वार से फिलहाल सबकी दूरी बनी हुई है।
21 साल बाद सपा ने इस सीट पर हिंदू प्रत्याशी उतार बीजेपी को बड़ा झटका दिया है। वहीं बीजेपी गठबंधन ने यहां से मुस्लिम चेहरे के तौर पर शफीक अहमद अंसारी को उतारा है जो कभी आजम के करीबी हुआ करते थे। दोनों उम्मीदवारों के आने से स्वार सीट का चुनाव काफी दिल चस्प हो गया है। हालांकि देखने वाली बात होगी कि दोनों सीटों पर विजय किसकी होती है।
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