UP POLITICS: उत्तर प्रदेश में पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गाँधी के बीजेपी से कांग्रेस में जाने की अटकलें कुछ दिनों से बहुत तेज हो गयी है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक बयान दिया, जिसके बाद इस मुद्दे पर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया।
जिसके बाद उनके कांग्रेस पार्टी में वापस आने की कयास लगने लगा था, लेकिन अब फिर ये मामला ठंडा पडी गया है। हालांकि आपको बता दे इन सब कयासों के बीच वरुण गांधी की मां मेनका गांधी का बयान बहुत अहम मन जा रहा है।
दरअसल, साल 2004 में वरुण गांधी की माँ मेनका गांधी ने बीजेपी ज्वाइन किया। माँ के बाद बेटे वरुण गांधी ने भी बीजेपी का दामन थामा लिया था। इसके बाद साल 2009 में वरुण गांधी ने पीलीभीत से लोकसभा का पहला चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी।
2009 से पहले पीलीभीत से मेनका गांधी सांसद हुआ करती थीं। इस लिए यह मन जाता है की तब से अब तक वरुण गांधी का चुनावी मैदान मां मेनका गांधी की कार्यस्थली रही है। लेकिन साल 2009 में मेनका गांधी को सुल्तानपुर से उम्मीदवार बनाया गया था।
राजनीती नजरिया से देखा जाए तो वरुण गांधी का पूरा राजनीतिक करियर मां मेनका गांधी की कार्यस्थली रही है। यही वजह है की वरुण गांधी के बीजेपी छोड़ कर किसी अन्य राजनीतिक दल में शामिल होने के लिए मां मेनका गांधी का रुख सबसे अहम होगा।
हालांकि इन तमाम अटकलों के बीच अभी तक बीजेपी सांसद मेनका गांधी के तरफ से इस बात पर कोई बयान नहीं आया है। इसकी खास वजह है कि मेनका गांधी शायद ही किसी और दल का रुख करें। क्यूंकि मेनका गाँधी ने अभी तक पार्टी के लिए बहुत मेहनत किया है। फ़िलहाल अभी तक वरुण गाँधी के तरफ से इस बात को लेकर कोई बयान नहीं आया है।