India News (इंडिया न्यूज), UP Politics: लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में सियासी हलचल तेज है। नेताओं का घर वापसी और एक पार्टी से दूसरी पार्टी में जाने का सिलसिला जारी है। जिसके बाद एक बार फिर मायावती ने कांग्रेस और भाजपा पर जमकर हमला बोला है।
अगले विधानसभा आमचुनाव से पहले सत्ताधारी कांग्रेस व भाजपा द्वारा किस्म-किस्म के लुभावने वादे किए जाने से चुनावी माहौल प्रभावित हो रहा है, किन्तु प्रश्न यह है कि जो वादे अब किए जा रहे हैं वे पहले समय रहते क्यों नहीं लागू किए गए? इस प्रकार घोषणाओं में गंभीरता कम व छलावा ज्यादा।
1. अगले विधानसभा आमचुनाव से पहले सत्ताधारी कांग्रेस व भाजपा द्वारा किस्म-किस्म के लुभावने वादे किए जाने से चुनावी माहौल प्रभावित हो रहा है, किन्तु प्रश्न यह है कि जो वादे अब किए जा रहे हैं वे पहले समय रहते क्यों नहीं लागू किए गए? इस प्रकार घोषणाओं में गंभीरता कम व छलावा ज्यादा।
— Mayawati (@Mayawati) October 7, 2023
देश की जनता महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी व भ्रष्टाचार की मार से त्रस्त है, किन्तु कांग्रेस व भाजपा दोनों जातीय गणना, ओबीसी व महिला आरक्षण को चुनाव में भुनाने मे लगी हैं ताकि अपनी विफलताओं पर पर्दा डाल सकें। लेकिन जनता इसे छलावा मानकर अब और इनके बहकावे में आने वाली नहीं।
3. साथ ही, ’जिसकी जितनी आबादी उसकी उतनी हिस्सेदारी’ कांग्रेस का नया चुनावी शिगूफा। क्या आजादी के बाद से कांग्रेस ने कभी भी अपनी पार्टी व सरकार में इस पर अमल करके दिखाया। नहीं, तो फिर इन पर विश्वास कैसे? जबकि बीएसपी ने पार्टी व अपनी सरकार में इस सामाजिक न्याय को लागू करके दिखाया।
— Mayawati (@Mayawati) October 7, 2023
साथ ही, ’जिसकी जितनी आबादी उसकी उतनी हिस्सेदारी’ कांग्रेस का नया चुनावी शिगूफा। क्या आजादी के बाद से कांग्रेस ने कभी भी अपनी पार्टी व सरकार में इस पर अमल करके दिखाया। नहीं, तो फिर इन पर विश्वास कैसे? जबकि बीएसपी ने पार्टी व अपनी सरकार में इस सामाजिक न्याय को लागू करके दिखाया।
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