India News,(इंडिया न्यूज), UP Politics: जयप्रकाश नारायण की जयंती पर बुधवार को लखनऊ में जबरदस्त सियासत छिड़ गई। जेपी के जन्मदिन पर उन्हें माला चढ़ाने आए सपा प्रमुख अखिलेश यादव जेपीएनआईसी गेट फांदकर शोक व्यक्त करने अंदर चले गए। उनके साथ तमाम सपा समर्थक गेट से कूदकर अंदर चले गये। इस पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि उन्हें वहां जाने की इजाजत नहीं थी तो वे वहां क्यों गये?
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “जब कहीं पर निर्माण कार्य चल रहा है और वहां पर इस तरह का कार्यक्रम करने की इजाजत नहीं मिली हो तो उन्हें उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रहते हुए भी इस तरह की नौटंकी करके क्या मिला। मुझे नहीं पता कि क्या उन्होंने यह तय कर लिया है कि किस तरह का “दिखाओ क्या करना है।” पहले वो ये बताएं कि जिस कांग्रेस की गोद में वो बैठे हुए हैं। इसके चलते हुए उन्हें जेपी जी के चरणों में भी श्रद्धांजलि अर्पित करने का हक नहीं है। जिसने देश पर आपातकाल लगाने का काम किया, वहीं लोकतंत्र की हत्या का काम किया है.’
केशव मौर्य ने कहा कि अगर आज यह विश्वेश्वरैया हॉल बंद होता और सैनानियों के कार्यक्रमों पर रोक लगा दी जाएगी तो ये लोग यहां कैसे आएंगे, इसे नष्ट करेंगे या नहीं जाएंगे? अखिलेश यादव को सही समझ होनी चाहिए, अगर उनकी इजाजत होती तो जाते और अगर नहीं होती तो वह अपने कार्यालय में उन्हें मना लेते लेकिन उन्हें समझाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। अखिलेश यादव कांग्रेस की गोद में बैठते हैं इसलिए उन्हें यह लड़ाई लड़ने का कोई अधिकार नहीं है।
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