इंडिया न्यूज, लखनऊ :
UP Vidhan Sabha Election 2022 सपा के अखिलेश यादव के लिए बुंदेलखंड नई परेशानियां चुनाव में खड़ी कर रहा है। पहले तो चित्रकूट सदर सीट से प्रत्याशी का विरोध सुर्खिया बना था। अब मानिकपुर सीट से एक समस्या सामने आई है। यहां सपा से प्रत्याशी बनाए गए कुख्यात डकैत रहे ददुआ के बेटे वीर सिंह पटेल ने चुनाव लड़ने से साफ मना कर दिया है। उनका कहना है कि पिता ने क्षेत्र में जो जुल्म किया था, उसे लेकर लोग लामबंद होते हैं और इसलिए चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया है।
चित्रकूट की दोनों विधानसभा सीट के लिए समाजवादी पार्टी ने बुधवार को प्रत्याशी के नाम की घोषणा की थी। चित्रकूट सदर सीट से पूर्व जिला पंचायत सदस्य अनिल प्रधान पटेल और मानिकपुर से पूर्व विधायक वीर सिंह पटेल को प्रत्याशी घोषित किया था। पहले दिन से चित्रकूट सीट को लेकर अंदर खाने विरोध शुरू हो गया था और दूसरे दिन विरोध सड़क पर दिखने लगा था। वीर सिंह को लेकर क्षेत्र में लोग लामबंद होने लगे थे। शुक्रवार को वीर सिंह ने मानिकपुर सीट से चुनाव मैदान छोड़ दिया। वीर सिंह ने बताया कि दो दिन से टिकट को लेकर मंथन कर रहे थे, अब तय किया है कि चुनाव नहीं लडूंगा।
वीर सिंह असल में सदर सीट से तैयारी कर रहे थे और अचानक मानिकपुर से टिकट मिलने पर कम समय में चुनावी जमीन तैयार करना उनके लिए थोड़ा मुश्किल हो गया है। ऐसे में उन्होंने कहा कि उनके पिता ने बागी जीवन के दौरान क्षेत्र में जो जुल्म किए थे ,उसे लेकर लोग लामबंद हो जाते हैं।
UP Vidhan Sabha Election 2022 वह चुनाव लड़ते कि लामबंदी से निपटते। इसलिए पार्टी प्रमुख को मानिकपुर सीट से चुनाव न लड़ने की जानकारी दे दी है। पार्टी किसी को भी अब चुनाव मैदान में उतार सकती है और वह एक सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में काम करेंगे। उल्लेखनीय है कि शनिवार उन्हें सपा के राष्टÑीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मिलने के लिए बुलाया है।