इंडिया न्यूज, प्रतापगढ़:
UP Vidhan Sabha Elections यूपी विधान सभा के लिए पांचवे चरण का प्रचार थम गया है और अब 27 को मतदान हैं। इस चरण में सबसे चर्चित और हाट सीट कुंडा पर मतदान होना हैं। यहां पर राजा भैया प्रत्याशी हैं। कुंडा से भदरी रियासत के राजकुमार रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का नाम अहम हैं, दो दशक से जीत उसी के हिस्से है, जिस पर राजा भैया का ठप्पा लगा है।
प्रतापगढ़ के कुंडा में वर्ष 1993 से 2017 तक बतौर निर्दलीय विधायक बनने वाले रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया इस बार अपनी जनसत्ता पार्टी से परंपरागत सीट पर चुनाव मैदान में हैं। कुंडा में तो इस बार रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के रसूख का इलेक्शन होना है। राजा भैया 1993 से यहां से लगातार विधायक हैं। इस दौरान 2017 तक सरकारें चाहे किसी की हों, कुंडा में राजा की सत्ता ही रही। 2002 के बाद हुए तीन चुनावों में तो समाजवादी पार्टी ने रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के खिलाफ कोई प्रत्याशी नहीं उतारा था। इस बार सपा ने राजा के पुराने खास महारथी गुलशन यादव को ही उनके खिलाफ मैदान में उतारा है।
राजा भैया ने 1993, 1996, 2002, 2007, 2012 और 2017 के लिए एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में सभी लहरों और चुनौतियों का सामना करते हुए जीत हासिल की थी। पिछले चुनाव में ही जीत का अंतर करीब एक लाख से ज्यादा वोटों का था। निर्दल चुनाव लड़कर राजा भैया कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह, रामप्रकाश गुप्ता, मुलयाम सिंह यादव के साथ अखिलेश यादव तक की सरकार में मंत्री रहे हैं।
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