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Uttar Pradesh: ‘मिशन 80’ को लेकर पसमांदा मुसलमानों को लुभाने में लगी बीजेपी, सुनील बंसल को मिली जिम्मेदारी

• LAST UPDATED : March 4, 2023

(BJP engaged in wooing Pasmanda Muslims): साल 2024 में देश में आम चुनाव होना है। केंद्र में सत्ता पाने के लिए उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) को मुख्य पायदान माना जाता है।

  • बीजेपी सूफी समाज के लिए करेंगी आयोजन
  • साल 2019 में इन सीटों पर हारी थी BJP
  • क्यों खास है? सुनील बंसल की एंट्री

राजनीति के जानकारो का कहना है कि जिस भी पार्टी ने UP में सत्ता हासिल कर लिया, उसका केंद्र तक पहुंच तय है। ऐसे में बीजेपी ने एक बार फिर केंद्र में सत्ता दोहराने के लिए उत्तर प्रदेश को अपनी प्राथमिकता में रखा है। बीजेपी हमेशा से ही यूपी को लेकर ‘मिशन-80’ की बात करती है। इस मतलब का मतलब है ‘क्लीन स्वीप।’

बता दे साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी गठबंधन ने उत्तर प्रदेश में 64 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं इस बार ‘मिशन-80’ को पूरा करने के लिए उन सभी सीटों पर काम किया जा रहा है, जहां बाकि जगहों से बीजेपी पार्टी की हालत थोड़ी ख़राब थी।

सूत्रों के मुताबिक, पार्टी की टॉप लीडरशिप द्वारा यूपी में उन कमजोर 14 सीटों पर फोकस करने का प्लान बनाया है, जिसको पूरा करने के बाद ही ‘मिशन-80’ को पूरा किया जा सकता है।

साल 2019 के चुनाव में बीजेपी को 16 सीटें पर हार का सामना करना पड़ा था। उन 16 सीटों में से 10 सीटों पर बीएसपी (BSP) और पांच सीटों पर समाजवादी पार्टी (SP) ने परचम लहराया था।

वहीं देश की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस (Congress) के खाते में एक सीट गई थी। बीएसपी, सपा और आरएलडी के बीच गठबंधन के बाद सत्ता हासिल हुआ था।

बीजेपी सूफी समाज के लिए करेंगी आयोजन

जिन 14 सीटों पर बीजेपी की नजर है, वहां बीजेपी पसमांदा मुसलमानों को लुभाने में लगी है। आने वाले दिनों में बीजेपी के तरफ से सूफी समाज के लोगों के सम्मेलन का आयोजित भी किया जा सकता हैं। इसी के साथ ही बीजेपी नेता सुनील बंसल ने लोकल स्तर पर कार्यकर्ताओं के नेटवर्क को मजूबत करने के काम में जुड़े है।

साल 2019 में इन सीटों पर हारी थी BJP

साल 2019 में अंबेडकर नगर, गाजीपुर, श्रावस्ती, मैनपुरी, सहारनपुर, आजमगढ़, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, संभल, राययबरेली, घोसी, लालगंज, जौनपुर, रामपुर और नगीना सीटों पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था।

क्यों खास है? सुनील बंसल की एंट्री

बता दे बीजेपी में कुछ समय पहले ही सुनील बंसल का प्रमोशन हुआ था। पहले वो संगठन महामंत्री थे बाद में उन्हें राष्ट्रीय महामंत्री का जिम्मा दिया गया। माना जाता है कि सुनील बंसल अमित शाह के बेहद करीबी हैं और साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को उत्तर प्रदेश में बड़ी जीत सुनील बंसल की रणनीति के कारण ही मिली थी।

उत्तर प्रदेश में बीजेपी का नेटवर्क 2014 से पहले बहुत कमजोर था, लेकिन आज हर गांव-कस्बे में बीजेपी के कार्यकर्ता है। इसके साथ ही सभी बूथों पर बीजेपी बहुत मजबूत हो गई है।

इसके लिए बीजेपी पार्टी सुनील बंसल को ही मानती है। इस परिस्थिति में पार्टी ने एक बार फिर सुनील बंसल पर भरोसा जताया है। जिसके बाद सुनील बंसल ने ‘मिशन-80’ को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है।

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