India News(इंडिया न्यूज़),देहरादून:”Uttarakhand News”उत्तराखंड सरकार के मंत्रियों और शासन में बैठे अधिकारियों के बीच तालमेल ना होने के चलते सरकार के मंत्री अधिकारियों की एसीआर(ACR) लिखने का मुद्दा मुख्यमंत्री के सामने उठा चुके हैं।\
अधिकारियों की ACR मामले में मंत्रियों को मिला विपक्ष का साथ
मंत्रियों ने सचिवों की एसीआर की मांग उठाई
त्रिवेंद्र सरकार के वक्त से उठ रहा मामला
बता दें, इन दिनों प्रदेश में एसीआर(ACR) लिखने का मुद्दा काफी सुर्खियों पर है। जिसके चलते बीते दिनों हुई कैबिनेट की बैठक में धामी सरकार के मंत्रियों ने सचिवों की एसीआर(ACR) लिखने के अधिकार की मांग उठाई थी। जिसमे की पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने यह मामला कैबिनेट की बैठक में उठाया तो बाकी मंत्रियों ने उनके समर्थन में हामी भरी। इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु को कैबिनेट की अगली बैठक में इसका प्रस्ताव लाने के निर्देश दिए थे ।
कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत ने भी इस मामले में सरकार के मंत्रियों की वकालत की है। उन्होंने कहा है कि मंत्री के तौर पर कई बार ऐसी परिस्थितियां होती है कि जनता के हित में तत्काल फैसले लेने होते हैं। ऐसे में अधिकारियों के ऊपर कंट्रोल होना बहुत ही जरूरी है। उन्होंने कहा कि जब वह भाजपा में थे उस समय पार्टी के प्रदेश प्रभारी रहे श्याम जाजू जी इस बात का जिक्र किया करते थे।
वहीं अगर बात करें इस मुद्दे कि तो कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज त्रिवेंद्र सरकार के कार्यकाल से इस मामले में मांग करे रहे हैं। महाराज अन्य राज्यों की तर्ज पर उत्तराखंड में अपने विभागीय सचिवों की सीआर लिखने की मांग उठा रहे हैं। इसके साथ ही धामी सरकार में भी यह मसला कई बार कैबिनेट में उठाया गया है।