India News (इंडिया न्यूज़),Women’s Reservation Bill: महिला आरक्षण पर उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने बयान दिया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने महिला आरक्षण बिल पर कहा वर्ष 2008 में पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार ने महिला आरक्षण बिल को राज्यसभा में भारी बहुमत से पारित कराया था। इसके बाद बिल को जब लोकसभा में रखने का प्रयास किया, तब भाजपा सांसदों ने इसका विरोध किया था।
उत्तराखंड पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा केंद्र सरकार ने नौ साल इस बिल को अटका रखा था। लेकिन अब बिल पास होने पर उन्होंने महिलाओं को बधाई दे रहे है। दूसरी ओर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष माहरा ने कहा कि आज राजनीतिक मजबूरी और आगामी लोकसभा चुनाव के चलते भाजपा को महिला आरक्षण बिल लाना पड़ा था। फिर भी कांग्रेस पार्टी इस फैसले का स्वागत एवं समर्थन करती है। माहरा ने कहा कि देश की आजादी से लेकर भारत को दुनिया में अग्रणी देशों की श्रेणी में खड़ा करने में महिलाओं की बराबर की भागीदारी रही है।
भारत में पहली बार स्व. राजीव गांधी ने महिलाओं को आरक्षण देने के लिए विधेयक लाए थे। इस विधेयक को स्व. नरसिम्हा राव की सरकार ने पारित किया। यही कारण है कि देशभर में स्थानीय निकायों के वर्तमान समय में 15 लाख महिला प्रतिनिधि चनी गई हैं। महिलाओं के लिए आरक्षण की परिकल्पना स्व. राजीव गांधी ने किया था, वह परिकल्पना इस बिल के पारित होने से पूरी हो जाएगी।
बता दें कि, उपाध्यक्ष संगठन मथुरादत्त जोशी ने कहा इस बिल के पास होने से महिलाओं को उनका अधिकार प्राप्त होगा। इसी संगठन की प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि बिल में जिस तरह से जनगणना और परिसीमन का पेच जोड़ा गया है, उससे भाजपा की नीयत पर सवाल उठ रहे हैं।