India News (इंडिया न्यूज़), Pushkar Singh Dhami : रामचरित मानस विवाद के बाद साधु संतों पर आपत्तिजनक बयान देने वाले सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने अब बद्रीनाथ धाम को लेकर बड़ा बयान दिया है। जिसके बाद से विपक्ष उन पर हमलावर बना हुआ है। उनके बद्रीनाथ धाम पर दिए गए विवादित बयान के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बयान सामने आया है।
करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र भू बैकुंठ श्री बदरीनाथ धाम पर समाजवादी पार्टी के नेता द्वारा की गई टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है।
"महाठगबंधन" के एक सदस्य के रूप में समाजवादी पार्टी के एक नेता द्वारा दिया गया यह बयान कांग्रेस और उसके सहयोगियों की देश व धर्म विरोधी सोच को…
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 27, 2023
सीएम धामी ने कहा..
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र भू बैकुंठ श्री बदरीनाथ धाम पर समाजवादी पार्टी के नेता द्वारा की गई टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है। “महाठगबंधन” के एक सदस्य के रूप में समाजवादी पार्टी के एक नेता द्वारा दिया गया यह बयान कांग्रेस और उसके सहयोगियों की देश व धर्म विरोधी सोच को दर्शाता है। यह विचार इन दलों के अंदर SIMI और PFI की विचारधारा के वर्चस्व को भी प्रकट करता है।
बौद्ध धार्मिक स्थल तोड़कर बद्रीनाथ धाम बनवाया
स्वामी प्रसाद मौर्य ने दावा करते हुए कहा कि देश के ज्यादातर मंदिर बौद्ध धर्मस्थलों को तोड़ कर बनाए गए हैं। जिसके बाद स्वामी प्रसाद मौर्य यहीं पर नहीं रुके उन्होंने बद्रीनाथ धाम को लेकर भी बड़ा बयान दिया।उन्होंने कहा कि शंकराचार्य ने बद्रीनाथ धाम बनवाया था। जो की पहले बौद्ध धार्मिक स्थल था। जिसको तोड़कर बद्रीनाथ धाम बनवाया गया।
गड़े मुर्दे उखाड़ने का कोई फायदा नहीं
स्वामी प्रसाद मौर्य आगे बोले ये सभी जानते है कि हिंदू धर्म स्थलों की पहले क्या स्थिति थी? इसकी जांच होनी चाहिए। जिसके बाद वह बोले कि गड़े मुर्दे उखाड़ने का कोई फायदा नहीं, अगर ऐसा हुआ तो बात बहुत दूर तक जाएगी। सभी के लिए बेहतर यह रहेगा कि समाज में भाईचारा और सौहार्द बना रहे, इसलिए 15 अगस्त 1947 को देश में जिस धार्मिक स्थल की जो स्थिति थी, उसे सरकार बरकरार रखे।
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