RamcharitManas Row: रामचरितमानस विवाद में रोज नए मोड़ देखने को मिल रहे हैं। ये विवाद बयान से शुरू होते हुए पोस्टर वार के रास्ते अगड़ा बनाम पिछड़ा की ओर चला गया है। हाल ही में सपा कार्यालय के बाहर एक पोस्टर लगाया गया था जिसमे लिखा गया था कि गर्व से कहो हम शूद्र हैं। वहीं इसी के बाद एक ऐसा ही पोस्टर सपा कार्यालय के बाहर लगाया गया जिसमें ब्राह्मण समर्थन की बात कही गई थी।
इस विवाद पर सपा और बीजेपी आमने सामने है। बीजेपी का कहना है कि सपा का चरित्र ही रहा है हिंदुओं की भवना को आहत करना तो समाजवादी पार्टी का कहना है सरकार अपनी कमियां छुपाने के लिए ऐसा कर रही है। मु्ख्य बिंदुओं से सरकार लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इधर उधर की बातें कर रही है।
प्रयागराज में छिड़ा पोस्टर वार
प्रदेश की राजधानी से शुरू हुआ पोस्टर वार संगम नगरी तक आ गया है। दरअसल यहां पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में युवकों ने पोस्टर लगाया है। जिसमे लिखा गया है कि ‘मैं शूद्र हूं, मुझे गर्व है।’ अब इस पोस्टर को लेकर चर्चा बढ़ गई है। प्रयागराज में लगे इस पोस्टर में में कुल 7 व्यक्तियों की तस्वीर लगी है। इनमें से कुछ अनुसूचित जाति और कुछ ओबीसी समाज से आते हैं। हाल ही में स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि वो पिछड़े के हक के लिए खड़े रहेंगे साथ ही वो धर्म के नाम पर हो रहे शूद्रों के अपमान को बर्दास्त नहीं करेंगे।
क्या है विवाद
स्वामी प्रसाद मौर्य अपने बयान पर कायम है। उनका कहना है कि वो पिछड़ो की बात कर रहे हैं। साथ ही वो धर्म के नाम पर हो रहे पिछड़ों और दलितों के अपमान को बरदास्त नहीं करेंगे। स्वामी प्रसाद का कहना है कि वो अपने बयान पर कायम हैं। गौर हो कि रामचरितमानस पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने विवादित बयान दिया था। उनका कहना था कि इसे सरकार बैन करे। वहीं उन्होंने कहा कि वो राम श्रीराम का अपमान कर रहें है ना ही वो रामचरितमानस का अपमान कर रहें है वो कुछ लाइन को सही नही मानते हैं।
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