Monday, July 8, 2024
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Rishabh Murder Case: बेवफा पत्नी ने पहले कराया पति पर हमला, जान बच गई तो दवाओं की ओवरडोज देकर मार डाला, ऐसे खुला राज

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Rishabh Murder Case

इंडिया न्यूज, कानपुर (Uttar Pradesh)। कानपुर के ऋषभ हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस के अनुसार, ऋषभ की हत्या उसकी पत्नी ने की थी। इसमें उसके प्रेमी ने सहयोग किया था। पहले पत्नी ने ऋषभ पर हमला कराया, लेकिन उसकी जाच बच गई। इसके बाद पत्नी ने पति को दवाओं की ओवरडोज देकर मार दिया। पुलिस ने पत्नी सीमा, प्रेमी और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

पुलिस के अनुसार, सपना ने पति को दवाओं की ओवरडोज देकर मारने का आइडिया क्राइम सीरियल से चुराया था। सपा ने बताया कि किसी क्राइम सीरियल में उसने देखा था कि इसी तरह से दवाइयों की ओवरडोज कर शख्स को मार दिया जाता है। उसको हत्या साबित करना पुलिस के लिए चुनौती बन जाता है। इसलिए जब ऋषभ हमले से नहीं मरा, तो उसने दवाइयों की ओवरडोज देकर मारने की साजिश रची।

प्रॉपर्टी हड़पने के लिए रची साजिश
कल्याणपुर के शिवली रोड पर ऋषभ तिवारी (29) पत्नी सपना के साथ रहते थे। 27 नवंबर को वह अपने दोस्त मनीष के साथ स्कूटी से चकरपुर गांव में एक शादी समारोह में शिरकत करने गए थे। लौटते वक्त चकरपुर गांव के पास उन पर अचानक हमला हुआ था। स्वरूपनगर में स्थित एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चला था। हालत सुधरने पर एक दिसंबर को ऋषभ को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था। 3 दिसंबर को अचानक ऋषभ की तबीयत बिगड़ी। उनको हैलट में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी मौत हो गई थी।

पुलिस ने हत्या की एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की, तो हैरान करने वाला खुलासा हुआ। सपना का प्रेम प्रसंग कृष्णानगर निवासी राजू गुप्ता से चल रहा है। ऋषभ के नाम पर कई बड़ी प्रॉपर्टी हैं। जो इन दोनों ने हड़पने की साजिश रची। साजिश के तहत राजू ने अपने साथी सीटू के साथ मिलकर 27 नवंबर को ऋषभ पर हमला किया था।

इस हमले में वह घायल हुआ था, लेकिन उसकी जान बच गई थी। जब अस्पताल से वह डिस्चार्ज हुआ, तो उसकी पत्नी सपना उसको दवाइयों की ओवरडोज देती रही। इस वजह से ऋषभ की तबीयत बिगड़ी और उसने दम तोड़ दिया।

पुलिस ने ऋषभ के शव का पोस्टमार्टम कराया था, जिसमें मौत का कारण ही स्पष्ट नहीं हो सका था। इसलिए डॉक्टरों ने विसरा सुरक्षित किया था। चूंकि पहले उस पर हमला हुआ था। लिहाज पुलिस गंभीरता से जांच कर रही थी। सर्विलांस से सुराग लगा। तब आरोपियों को उठाया गया। जिसके बाद वह एक-एक कर वारदात कबूलते रहे।

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