होम / Asian Games 2023: मेरठ की बेटियों ने रचा इतिहास! एशियन गेम्स में एक ने जीता गोल्ड तो दूसरी लेकर आई सोने का तमगा

Asian Games 2023: मेरठ की बेटियों ने रचा इतिहास! एशियन गेम्स में एक ने जीता गोल्ड तो दूसरी लेकर आई सोने का तमगा

• LAST UPDATED : October 4, 2023

India News (इंडिया न्यूज़), Asian Games 2023: देश की शान की एक बार फिर मेरठ में किसान की बेटियों का एशियन गेम्स में धमाल। पारुल चौधरी ने पांच हज़ार दौड़ में जीता गोल्ड तो भाला फेंक में अन्नू रानी ने जीता सोने का तमगा। मेरठ ने देश को अब तक एशियन गेम्स में चार पदक दे दिए हैं। ये देश का इकलौता ऐसा ज़िला होगा जहां एक ही शहर ने देश की झोली चार मेडल से भर दी।

बेटियों ने एशियन गेम्स में कमाल कर दिखाया

कल का दिन इतिहास रच गया। मेरठ की बेटियों ने एशियन गेम्स में कमाल कर दिखाया है। मेऱठ की बेटी पारुल चौधरी ने दो दिन में लगातार दो मेडल जीतकर धमाल मचाया। पारुल चौधरी ने पांच हज़ार मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया तो सोमवार को इस बिटिया ने तीन हज़ार मीटर स्टीपल चेज़ में सिल्वर मेडल जीतकर सभी को गौरवान्वित किया था। पारुल चौधरी मेरठ के इकलौता गांव की रहने वाली हैं। इकलौता गांव बिटिया के दो मेडल पाने से ख़ुशी से फूले नहीं समा रहा है।

गांव में घर घर मिठाईयां बांटी जा रही हैं। ढोल नंगाड़े बज रहे हैं। पारुल चौधरी के पिता किशनपाल किसान है। किसान की बेटी पारुल के संघर्ष की लंबी दास्तां है। पारुल कभी अपने गांव से पैदल मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम पैदल प्रैक्टिस के लिए आया करती थीं।

अऩ्नू ने गोल्ड जीतकर चीन में भारत का डंका बजाया

अभी पारुल चौधरी के सिल्वर और गोल्ड मिलने की ख़ुशी मनाई ही जा रही थी कि एक और ख़ुशख़बरी चीन से आ गई। मेरठ के बहादुरपुर गांव की रहने वाली अन्नू रानी ने तहलका मचा दिया। अऩ्नू रानी ने भाला फेंक प्रतियोगिता में गोल्ड जीतकर चीन में भारत का डंका बजा दिया। अन्नू रानी के पिता भी किसान है। अऩ्नू रानी को बहादुरपुर गांव की बहादुर बिटिया के नाम से जाना जाता है।

अऩ्नू रानी कभी अपने खेतों में लकड़ी के भाले से प्रैक्टिस किया करती थीं। लकड़ी के भाले से प्रैक्टिस करते करते आज एशियन गेम्स में उसने भारत का तिरंगा शान से लहरा दिया।अन्नू रानी के घर पर पूरा परिवार खु़शी से फूले नहीं समा रहा है। देश को एक दिन में मेरठ की इन दो लाडली बेटियों ने सोने का तमगा दिलाया है।

वूमेन पावर ने चीन में कमाल कर दिखाया

चंद दिन पहले मेरठ की बेटी किरण बालियान ने गोला फेंक में कांस्य पदक जीता था। किरण के पिता ट्रैफिक पुलिस में हेड कांस्टेबल हैं। किरण बालियान की मां दस साल तक बेटी को अपने साथ प्रैक्टिस के लिए स्टेडियम पहुंचती थीं। यूपी से खेलने वाली सीमा ने भी चक्का फेंक में कांस्य पदक जीता है। सीमा का भी मेरठ से नाता रहा है। इन चारों वूमेन पावर ने चीन में कमाल कर दिखाया है।

Also Read: Shamli News: ससुराल और मायके वालों में खूनी संघर्ष, 6 लोग घायल

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox